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रिहायशी कॉलोनियों का व्यवसायीकरण होने से मुहल्लेवासी परेशान

आदित्य कुमार दीक्षित
द चेतक न्यूज

पडरौना, कुशीनगर : जिले के पडरौना नगर से निकलने वाले रामकोला रोड पर स्थित रिहायशी कालोनी आवास विकास कालोनी तथा कुछ और कालोनियों को कुछ व्यवसायी और चिकित्सकों ने व्यवसायिक छेत्र बना दिया है, जिससे आए दिन मोहल्लेवासियों को कालोनी से निकलने पर रास्ते में खड़ी गाड़ियों को हटवाने के लिए जद्दोजहद करनी पड़ती है।

यह मामला नगर के रामकोला रोड पर स्थित आवास विकास कालोनी का है जो कि नगर की सबसे वीआईपी कालोनी है, यह कालोनी तीन फेज में बटी हुई है। इस कालोनी में प्रवेश करने के 3 रास्ते हैं और तीनों ही रास्ते रामकोला रोड से निकलते हैं, मोहल्ले वासियों का कहना है कि इन तीनों रास्तों में से एक रास्ते में इलाहाबाद बैंक स्थित है जहां आने वाले उपभोक्ताओं द्वारा अपनी गाड़ियां खड़ी करने की वजह से सुबह 10 बजे शाम 5 बजे तक इस रास्ते से आवागमन मुश्किल होता है तथा दूसरे रास्ते पर कान्हा डायग्नोस्टिक सेंटर स्थित है, इस अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले मरीज तथा उनके तीमारदार भी रास्ते पर ही अपनी गाडियां खड़ी करते हैं, जिसकी वजह से इस रास्ते से भी मोहल्लेवासियों को आने जाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

मोहल्लेवासियों का कहना है कि यह रिहायशी कालोनी का अब धीरे धीरे व्यवसायीकरण होता जा रहा है जो कि बहुत ही गलत बात है, तो अभी अगर इतनी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है तो फिर आने वाले दिनों में कितनी समस्या होगी।

अब यहां गौर करने वाली बात यह है कि यह समस्या सिर्फ आवास विकास कालोनी का ही नहीं बल्कि पडरौना नगर के लगभग सभी कॉलोनियों का यही हाल है। यहां सोचने वाली बात यह है कि जब किसी भी रिहायशी कालोनी में किसी भी प्रकार का व्यवसायिक प्रतिष्ठान संचालित नहीं किया जा सकता है तो फिर इन आवासीय कालोनियों में संचालित हो रहे व्यवसायिक प्रतिष्ठान किस बिनाह पर या किसकी शह पर संचालित होते हैं…?

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