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पुनः जागृत हुए लाल सलाम ने दी धमकी, सुधर जाओ नहीं तो मार दिए जाओगे

नक्सलियों ने खड्डा थानाक्षेत्र से सटे पड़ोसी प्रान्त के गोनौली गांव में चिपकाया धमकी भरा पत्र

आदित्य कुमार दीक्षित
द चेतक न्यूज

कुशीनगर : जिले के खड्डा थानाक्षेत्र से सटे बिहार के एक गांव में वर्षों बाद एक बार पुनः लाल सलाम की आहट मिलने से क्षेत्रवासियों में सनसनी फैल गयी है, लोगों में किसी अनहोनी की आशंका का भय व्याप्त हो गया है। नक्सलियों ने लाल सलाम बोलते हुए जनपद के खड्डा थानाक्षेत्र से सटे बिहार के नक्सल प्रभावित गांव गोनौली में हाथ से लिखा धमकी भरा पर्चा चस्पा कर दहशत कायम कर दिया है।

माओवादियों ने अपने धमकी भरे पर्चे मे कुछ लोगों को सुधर जाने की नसीहत दी है तथा न सुधरने पर जान से मारने की धमकी भी दी है।

नक्सलियों के इस धमकी भरे पत्र की जानकारी होते ही यह बात जंगल में आग की तरह पूरे क्षेत्र में फैल गयी तथा इसकी जानकारी मिलने पर खड्डा थाने ने अपने पुलिसकर्मियों को सीमा पर एलर्ट कर दिया।

मिली जानकारी के मुताबिक वृहस्पतिवार को कुशीनगर जनपद से सटे पड़ोसी राज्य बिहार के जिला बगहां अंतर्गत नक्सल प्रभावित क्षेत्र वाल्मीकिनगर थाने के गोनौली गांव के बाजार की एक दीवार पर गुरुवार को लाल सलाम की तरफ से संदिग्ध पर्चा चिपका देखकर लोगों में सनसनी फैल गई। हालांकि जानकारी के मुताबिक माओवादियों के धमकी भरे उस पर्चे को बिहार पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है तथा सीमावर्ती क्षेत्रों में अलर्ट जारी कर दिया है।

हाथ से लिखे इस पत्र में नक्सलियों ने गोनौली गांव के गुमास्ता (थारू जनजाति के ग्राम प्रमुख) को सुधरने की हिदायत देते हुए कई गंभीर आरोप लगाए हैं। इतना ही नहीं उस धमकी वाले पर्चे में वार्ड नंबर-सात की वार्ड मेंबर और उनके पति को भी बीच चौराहे पर जान से मारने की धमकी दी गयी है।

पर्चे में यह लिखा गया है कि दोनों लोगों को सुधरने का एक आखिरी मौका दिया जा रहा है और अगर इनके बाद भी तुमलोग नहीं सुधरे तो फिर गोनौली के पूर्व मुखिया मनोज सिंह की तरह तुम लोगों की हत्या कर दी जाएगी।

मिली जानकारी के अनुसार पुलिस इस मामले में अभी कुछ ज्यादा बताने से कतरा रही है। वहीं दूसरी तरफ माओवादियों द्वारा चिपकाए गए इस पत्र द्वारा पूरे क्षेत्र में भय का मौहाल व्याप्त है।

इस सम्बन्ध में वाल्मीकिनगर थानाध्यक्ष अर्जुन कुमार का कहना है कि पोस्टर की जांच की जा रही है तथा इसे लेकर क्षेत्र में कांबिंग भी शुरू कर दी गई है। जांच के दौरान माओवादियों की तरफ से धमकी देने की कोई बात सामने आती है तो उनके इस तरह के किसी मंसूबे को सफल नहीं होने दिया जाएगा।

नक्सलियों ने 2018 में की थी मुखिया मनोज की हत्या

वर्ष 2018 की वह रात गोनौली गांव के लिए काली रात हुई, उस दिन रात के अंधेरे का फायदा उठाकर तकरीबन सौ की संख्या में नक्सलियों ने गोनौली गांव पर धावा बोल दिया था और पूर्व मुखिया मनोज सिंह की निर्ममता से हत्या कर दी थी, इस दौरान उनकी पत्नी किसी तरह जान बचाकर भागने में सफल हुई थीं। इसके बाद पिछले वर्ष जुलाई माह में एसएसबी, बिहार एसटीएफ और बगहां पुलिस की संयुक्त टीम ने लौकरिया थानाक्षेत्र के वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के घने जंगल में चौथापानी नामक स्थान पर धावा बोलकर चार हार्डकोर नक्सलियों को मार गिराया था। इनके पास से एके 47 और एके 56 जैसे आधुनिक हथियार बरामद हुए थे।

जनपद के खड्डा क्षेत्र में स्लीपर सेल की बात भी आ चुकी है सामने

कुछ वर्ष पहले खड्डा क्षेत्र के महदेवा गांव के स्कूल परिसर में माओवादियों ने बैनर लगाकर सरकारी कर्मचारियों को धमकी देते हुए सनसनी फैला दी थी। छितौनी-बगहां रेल पुल को निशाना बनाने की धमकी दे चुके माओवादियों के स्लीपर सेल के जनपद के सीमावर्ती क्षेत्रों में सक्रिय रहने की बात भी सामने आ चुकी है।

क्या कहते हैं पुलिस अधीक्षक

इस मामले के सम्बन्ध में पुलिस अधीक्षक सचिन्द्र पटेल का कहना है कि इस बारे में अभी कोई सूचना नहीं मिली है। खड्डा थानाक्षेत्र के उधर का इलाका बिहार के वाल्मीकिनगर थानाक्षेत्र में आता है। अगर माओवादियों की तरफ से ऐसी कोई धमकी दी गई है तो जिले के सीमावर्ती क्षेत्र के पुलिसकर्मियों को भी अलर्ट कर दिया जाएगा।

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