The Chetak News

भाजपा सरकार विकास के मामले में फिसड्डी : राधेश्याम सिंह

पूर्व राज्यमंत्री ने प्रेस वार्ता के दौरान गिनाई अपने कार्यकाल की उपलब्धि

आदित्य कुमार दीक्षित
द चेतक न्यूज

कुशीनगर : सूबे के चौमुखी विकास सिर्फ समाजवादी सरकार में ही सम्भव है, प्रदेश में जब अखिलेश यादव की सरकार थी तब उन्होंने कुशीनगर को एक ही दिन में 4 हजार करोड़ रुपये के परियोजनाओं की सौगात दी थी, उक्त बातें पूर्व राज्यमंत्री राधेश्याम सिंह ने प्रेसवार्ता के दौरान कहीं, उन्होंने प्रेस वार्ता में सपा के कार्यकाल की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला और कहा कि भाजपा की सरकार बनने तथा योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद कुशीनगर में योगी आदित्यनाथ का 11 बार दौरा हो चुका है लेकिन बड़ी परियोजनाओं में उन्होंने कुशीनगर को क्या दिया..? यह सभी को पता है, लेकिन हाटा में 15 मार्च वर्ष 2015 में एक ही दिन में तत्कालीन विधायक व राज्य मंत्री राधेश्याम सिंह द्वारा आयोजित समारोह में हजारों करोड़ रुपए के परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा किया गया था, यही नहीं उनके विशेष मांग पर जिन-जिन परियोजनाओं का लोकार्पण किया गया उसमें पट्टन में 220, 132 व 35 केवीए का विद्युत केंद्र पर एक अरब 40 करोड़ रूपये खर्च किए गए तो कप्तानगंज और खड्डा में नए तहसील का की घोषणा की गई। इसी प्रकार हाटा नगर पंचायत को नगर पालिका का दर्जा दिलाया गया, छोटी गंडक नदी पर सुअरहा घाट पर 10 करोड़ रूपये की लागत से पुल तो इसी गंडक नदी पर खोटहीं के पास काशी छपरा में नदी पर 10 कोड का दूसरा पुल, हाटा के 68 गांव को लोहिया गांव घोषित किया गया तो 25 गांव को जनेश्वर मिश्र योजना के तहत लाभान्वित किया गया। इसी प्रकार हाटा में दो विद्युत उप केंद्र मठवार गिरी व सिंहपुर बरौली में 33 केवीए का दो विद्युत उप केंद्र स्वीकृत किया गया था, सुकरौली को नगर पंचायत का दर्जा भी उसी समय दिया गया, बढ़ेया बुजुर्ग गांव में एक राजकीय डिग्री कॉलेज की स्थापना की गई, तो भलुही गांव में आईटीआई स्कूल का भी शुभारंभ किया गया। इतना ही नहीं हाटा के सभी गांवों को सड़क मार्ग से जोड़ने के लिए सिर्फ सड़क पर दो हजार करोड़ रुपए खर्च किया।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा यदि राधेश्याम सिंह का राजनैतिक कैरियर देखा जाए तो विकास कार्यों में उनके द्वारा वर्ष 2003 में सोहसा दुबौली छोटी गंडक पर 5 करोड़ रुपए की लागत से पुल, देवड़ार पिपरा में नदी पर 5 करोड़ की लागत से पक्का पुल, कप्तानगंज में छोटी गंडक राम जानकी घाट पर 5 करोड़ का पुल, बालाघाट बाबा घाट छोटी गंडक नदी पर 5 करोड़ की लागत से पुल, रामकोला व कप्तानगंज में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को एक ही दिन में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बनवाना छोटे अस्पताल व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र दर्जनभर गांवों में बनवाये जिसमें मोरवन, परसौनी, भड़सर आदि रहे। गोरखपुर में एम्स की महंगी जमीन को अपने प्रस्ताव पर अखिलेश यादव से उपलब्ध कराना, मेडिकल कॉलेज गोरखपुर में 272 करोड़ रुपए की लागत से 500 बेड के बच्चों का इंसेफेलाइटिस से बचाव हेतु अस्पताल निर्माण कराना, जो कोविड-19 की महामारी में उपयोग किया गया। सपा सरकार के दौरान मस्तिष्क ज्वर से मरने वाले बच्चों के परिवारों को 1 लाख रूपये व अपंग होने वालों को 50000 रूपये का मुआवजा दिलाना। उन्होंने पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए कहा कि इतना ही नहीं पूर्वांचल में जब कैंसर जांच की सुविधा नहीं थी तब उन्होंने मेडिकल कॉलेज में कैंसर की मशीन वह पीजीआई के तर्ज पर एम आर आई, अत्याधुनिक पैथोलॉजी की सुविधाएं उपलब्ध कराई, जिस पर 500 करोड़ रुपए का खर्च हुआ। 32 वर्षों से उनके द्वारा अनवरत 8000 से अधिक गरीब बेटियों की शादी व हजारों गरीबों पीड़ित परिवारों की मदद किया गया। उन्होंने यह भी कहा कि उनके द्वारा हाटा में कब्रिस्तान के साथ ही दो दर्जन अंत्येष्टि स्थलों का भी निर्माण कराया गया, अंत में उन्होंने भाजपा सरकार के कार्यकाल व विकास को केवल कागजी बताया, कुशीनगर के गन्ना किसानों का दर्द, मँहगाई, बेरोजगारी, भुखमरी, कानून व्यवस्था, शिक्षा, व्यापार आदि सभी मामलों में सरकार को उन्होंने फिसड्डी बताया और कहा कि जनता भाजपा के खोखलें वादों और दावों और सपा के विकास कार्यो को नाम बदल कर भाजपा के उद्घाटन जैसे कार्यों से उब चुकी है, ऐसे में आने वाली सरकार अखिलेश सरकार होगी जो कुशीनगर जनपद ही नहीं बल्कि सूबे का चौमुखी विकास करेगी।

Exit mobile version