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पशुओं की तरह मालवाहक वाहनों में लादकर खेल प्रतियोगिता में लाये गए नौनिहाल

आदित्य कुमार दीक्षित
द चेतक न्यूज

कुशीनगर : उत्तर प्रदेश की योगी सरकार द्वारा मालवाहक वाहनों से सवारी ढोने पर लगाये गये रोक के बावजूद कुशीनगर में शिक्षा विभाग नौनिहालों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ करता नजर आ रहा है, पशुओं की तह बच्चों को मालवाहक वाहनों में लादकर क्रीड़ा प्रतियोगिता में ले जाये जाने का मामला सामने आया है।


ताजा मामला कुशीनगर जिले के जिला मुख्यालय रवीन्द्रनगर का है जहां आयोजित बेसिक बाल क्रीड़ा प्रतियोगिता मे स्कूली बच्चे ट्रैक्टर ट्राली, पिकप व अन्य मालवाहक गाड़ियों से पँहुचे और वहां मौजूद जिले के आला अफसर धृतराष्ट्र बनकर तमाशा देखते रहे।
बताते चलें कि जिला मुख्यालय पर बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा जिला स्तरीय खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है, खेल प्रतियोगिता मे जनपद के परिषदीय विद्यालय के छात्रों ने भाग लिया था। ओस प्रतियोगिता में आने जाने के लिए विभाग द्वारा कोई व्यवस्था नही किये जाने के कारण छात्र अपने सुविधानुसार ट्रैक्टर ट्राली, पिकअप सहित अन्य मालवाहक वाहन पर सवार होकर प्रतियोगिता मे शामिल होने के लिए पहुंचे थे।

यहां बताना जरूरी है कि आये दिन हो रहे सडक हादसे को देखते हुए सूबे की योगी सरकार ने मालवाहक वाहन से सवारी ढोने पर पूर्णत प्रतिबंध लगा दिया है, इसके बावजूद बेसिक शिक्षा विभाग ने देश के भविष्य कहे जाने वाले नौनिहालों के जिन्दगी से खिलवाड करने से बाज नही आया।

मजे की बात यह है कि जिला मुख्यालय रवीन्द्रनगर पर न सिर्फ पुलिस चौकी स्थित है बल्कि यातायात पुलिस आफिस भी वहीं मौजूद है। इसके अलावा नवम्बर माह यातायात माह के रूप मे मनाये जाने के कारण चेकिंग व जागरूकता अभियान का ढिंढोरा पीटा जा रहा है, बावजूद इसके जान जोखिम मे डालकर प्रतियोगिता मे हिस्सा लेने पहुंचे बच्चों पर किसी जिम्मेदार की नजर नही पडी जो अपने आप मे एक बड़ा सवाल है। अब दूसरा सवाल यह उठता है कि भगवान न करे लेकिन अगर इन बच्चों के साथ कोई अनहोनी हो जाती तो जिम्मेदार कौन होता? शिक्षक या नौनिहाल बच्चे या फिर बच्चों के अभिभावक या मालवाहक वाहन का चालक या फिर शिक्षा विभाग के आला अफसर व पुलिस विभाग ? यह यक्ष प्रश्न मुंह बाये खडी है जिसका जबाब जिम्मेदारों के पास भी नहीं है।

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