The Chetak News

देश सेवा के जुनून में छोड़ी थी 50 लाख की नौकरी, अपराधियों के काल हैं कुशीनगर के नए एसपी सन्तोष मिश्रा

देश सेवा के जुनून में कुशीनगर के नए एसपी सन्तोष मिश्रा ने छोड़ी थी 50 लाख की नौकरी, पहले प्रयास में ही बने थे आईपीएस

द चेतक न्यूज

 

कुशीनगर : बिहार प्रान्त के पटना जिले के रहने वाले 2012 बैच के आईपीएस संतोष मिश्रा कुशीनगर जिले के नए पुलिस अधीक्षक बनाये गए हैं। सन्तोष मिश्रा ने स्वयं से तैयारी करते हुए पहले ही प्रयास में देश की सबसे बड़ी परीक्षा पास कर ली और वर्ष 2012 में आईपीएस बन गए तथा उनकी पहली पोस्टिंग बतौर एसपी अमरोहा जिले में हुई थी। बिहार के पटना जिले के रहने वाले आईपीएस सन्तोष मिश्रा के पिता लक्ष्मण मिश्रा आर्मी से रिटायर्ड हैं, इनकी मां गृहणी हैं तथा तीन बहनें हैं। सन्तोष मिश्रा ने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा बिहार के स्कूल से पास की तथा फिर पुणे यूनिवर्सिटी से 2004 में मैकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की, मैकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री की हासिल करने के बाद श्री मिश्रा का सेलेक्शन यूरोप की एक बहुत बड़ी कम्पनी में 50 लाख रुपये के पैकेज पर हो गया। करीब सात साल तक न्यूयॉर्क, यूरोप और भारत में 50 लाख के बड़े पैकेज पर नौकरी करने के बावजूद श्री मिश्रा का मन प्राइवेट नौकरी में नहीं लगाया और पिता से मिले देश सेवा के जुनून को अपने मन में ठानने के बाद उन्होंने यह नौकरी छोड़ दी तथा देश की सबसे बड़ी परीक्षा यूपीएससी की तैयारी में लग गए। पढाई में बचपन से ही होशियार रहे सन्तोष मिश्रा को अपने स्वयं से तैयारी करने के दौरान पहले ही प्रयास में सफलता मिल गयी और वर्ष 2012 में उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा पास कर देश में 144वां रैंक हासिल किया तथा आईपीएस बन गए। आईपीएस सन्तोष मिश्रा अपराधियों के लिए काल माने जाते हैं, कुशीनगर में उनकी तैनाती की खबर आते ही यहां के अपराधियों में खलबली मचने की खबर सामने आयी है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सन्तोष मिश्रा के कुशीनगर एसपी बनाये जाने के बनफ उनके तेज तर्रार होने के कारण बिहार प्रान्त की सीमा पर रहने वाले अपराधियों में खलबली मच गयी है।

पहली पोस्टिंग के दौरान घटी थी एक रोचक घटना

अमरोहा जिले में अपने कार्यकाल के पहली पोस्टिंग में एसपी के पद पर तैनात रहने के दौरान आईपीएस सन्तोष मिश्रा के साथ एक रोचक घटना घटी थी। एक बार उनके पास एक 5वीं क्लास के बच्चे ने आकर शिकायत की कि उसका एक दोस्त 15 दिनों से स्कूल नहीं आ रहा है, सन्तोष मिश्रा को यह देखकर अच्छा भी लगा लेकिन साथ ही उस बच्चे की चिंता भी हुई, इसके बाद श्री मिश्रा ने इस मामले पर तुंरत कार्यवाही करते हुए उस बच्चे का पता किया और उसके घर गए तो वहां पता चला कि वो अपनी मिठाई की दुकान पर काम करने गया है, इसके बाद वो मिठाई की दुकान पर पँहुचे तथा वहां उसके पिता से बात करके उस बच्चे को दोबारा पढ़ने के लिए स्कूल भेजा।

खाली समय में बच्चों को पढ़ाते हैं आईपीएस सन्तोष मिश्रा

आईपीएस सन्तोष मिश्रा की पोस्टिंग जब अक्टूबर 2017 में अंबेडकरनगर जिले में हुई, तब से वो समय निकालकर सरकारी स्कूल के बच्चों के बीच जाते हैं, एक बार जब वो एक प्राइमरी स्कूल में पहुंचे तो वहां के 4th के क्लास के बच्चों ने जलेबी खाने की इच्छा जताई, तब इन्होंने स्कूल में जलेबी मंगवाया तथा इस दौरान उन्होंने बच्चों से गणित के प्रश्न हल करवाए, सामान्य ज्ञान के प्रश्न पूछे, फिर साथ जलेबी खाई और कुछ बच्चों को बैग भी दिया।

सन्तोष मिश्रा का एक वक्तव्य है कि “लॉ एंड क्राइम ऑर्डर को संभालना मेरा कर्तव्य है, लेकिन इसके बीच रहकर समाज के लिए कुछ करने में एक अलग मजा है।”

आईपीएस संतोष कुमार मिश्रा ट्विटर से लेकर फेसबुक तक छाए हुए है। बिहार के पटना के रहने वाले वाले संतोष कुमार मिश्रा 2012 बैच के आईपीएस अधिकारी है, आईपीएस संतोष कुमार मिश्रा कुशीनगर से पहले मिर्जापुर, रामपुर, गोंडा, अम्बेडकरनगर, अमरोहा जिले में बतौर एसपी तैनात रहे हैं। मिर्जापुर जिले में अपराधियों के लिए काल रहे आईपीएस सन्तोष मिश्रा अब कुशीनगर में अपराधियों के काल बनेंगे।

आईपीएस संतोष कुमार मिश्रा की जनता भी कायल है, भीड़ में सिपाही की भूमिका निभानी हो या छोटे बच्चों से हंसी दुलार की भूमिका हो तथा गरीबों के लिए तारणहार बनने की भूमिका हो। आईपीएस संतोष कुमार मिश्रा हर क्षेत्र में न सिर्फ अव्वल है, बल्कि जनता की मोहब्बत भी उनके साथ है।

सोशल मीडिया पर है श्री मिश्रा के लाखों फॉलोवर

कभी तुझे देखा तो जाना सनम तो कभी अलविदा न कहना गाने पर रील बनाने वाले आईपीएस संतोष कुमार मिश्रा के सोशल मीडिया पर लाखों फॉलोवर हैं, इनको मेटा (फेसबुक) पर एक लाख 17 हजार से अधिक लोगों ने फॉलो किया है। इसके साथ ही ट्विटर पर 78 हजार से अधिक फॉलोवर है तथा साथ ही इंस्टाग्राम पर भी 36 हजार से ज्यादा लोगों ने इनको फॉलो किया है।

Exit mobile version