जन्म प्रमाणपत्र के लिए 500 रुपये घुस लेते सलाउद्दीन का वीडियो हुआ था वायरल
द चेतक न्यूज
कुशीनगर : सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ एक तरफ जहां भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए तरह तरह के जतन कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ जनपद के पडरौना तहसील मे कम्प्यूटर आपरेटर के पद पर कार्यरत आउटसोर्सिंग कर्मचारी सलाउद्दीन जन्म प्रमाण पत्र के नाम पर खुलेआम पांच सौ रुपये घूस लेकर सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति को मुंह चिढ़ा रहा है। मजे की बात यह है कि बीते दिनो अपने पटल पर धूस लेते हुए सलाउद्दीन का वीडियो वायरल होने व शिकायतकर्ता द्वारा इस मामले में एसडीएम को शपथ पत्र देने के बावजूद अब तक कोई आरोपी के विरुद्ध कोई कार्यवाही एसडीएम द्वारा नही किया गया, जो कहीं न कहीं भ्रष्टाचार के विरुद्ध सीएम के प्रयास पर पानी फेरने की ओर इशारा कर रहा है तथा पडरौना तहसील में खुलेआम हो रहे रिश्वतखोरी की तरफ भी इशारा कर रहा है।
ज्ञात हो कि बीते कुछ दिनों पूर्व सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें जनपद के पडरौना तहसील में जन्म प्रमाणपत्र बनवाने के नाम पर वहां तैनात आउटसोर्सिंग कर्मचारी सलाहुद्दीन द्वारा खुलेआम पांच सौ रुपये घूस लिया जा रहा था। जानकारी के मुताबिक बीते 3 दिसम्बर को पडरौना तहसील अन्तर्गत नाहर छपरा गांव के निवासी मंकेश्वर पासवान ने अपना जन्म प्रमाणपत्र बनवाने के लिए सलाउद्दीन को तीन सौ रुपये घूस दिया था, बावजूद इसके सलाउद्दीन ने उसे जन्म प्रमाणपत्र इस लिए नही दिया था क्यो कि मंकेश्वर ने घूस का बकाया दो सौ रुपये देने मे असमर्थता जाहिर किया, किन्तु आउटसोर्सिंग कर्मचारी सलाउद्दीन पर इसका कोई असर नही पडा और प्रमाणपत्र देने से साफ इंकार कर दिया। इसके बाद पीडित मंकेश्वर 7 दिसम्बर को शपथ-पत्र के साथ
खुलेआम घूस लेते सलाउद्दीन का वीडियो लेकर उपजिलाधिकारी के दरबार में पहुंचा जहां सलाउद्दीन के कारमाने से एसडीएम को अगवत कराते हुए मामले की शिकायत की। इस पर एसडीएम ने सलाउद्दीन को तत्काल पैसा वापस करने का निर्देश दिया और पीड़ित को आश्वस्त किया कि वह मामले की जांच कराकर कार्यवाही करेंगे लेकिन दस दिन बीत जाने के बावजूद घूस लेने वाले सलाउद्दीन पर अब तक कोई कार्यवाही नहीं की गयी है जो उपजिलाधिकारी के कार्यशैली पर यक्ष प्रश्न बना हुआ है?
बताया जाता है कि घूस लेते वीडियो वायरल होने व पीड़ित द्वारा शपथ-पत्र देकर एसडीएम से शिकायत करने के बाद एसडीएम द्वारा मामले की जांच कराकर कार्यवाही करने का आश्वासन देने के बावजूद आउटसोर्सिंग कर्मचारी सलाउद्दीन आज भी अपने पटल पर कार्य करते हुए सीएम योगी की भ्रष्टाचार के विरुद्ध अभियान को ठेंगा दिखा रहा है। ऐसे में कहना मुनासिब होगा कि डीएम साहब! घूस लेने वाले सलाउद्दीन पर कब होगी कार्यवाही ?