द चेतक न्यूज
कुशीनगर : एक तरफ जहां पूरे देश ही नहीं बल्कि विश्व में कुशीनगर जिले की एक पवित्र पहचान है तो वहीं दूसरी ओर इसी पावन भूमि पर एक गंदा धंधा पूरे जोरों पर फल-फूल रहा है, वह है, स्पा सेंटरों और सस्ते होटलों की आड़ में धड़ल्ले से चल रहा देहव्यापार। वर्षों से इस विषय पर स्थानीय मीडिया, प्रशासन को बार-बार आगाह करती आ रही है लेकिन पुलिस और प्रशासन को जैसे कुछ सुनाई ही नहीं देता है।
ऐसा लगता है जैसे यह धंधा सिर्फ छुपकर नहीं, बल्कि सिस्टम की छत्रछाया में खुलेआम पनप रहा है, न कानून का डर, न नैतिकता की परवाह। क्योंकि जब पहरेदार ही मौन हों और निगरानी करने वाले ही आंखें मूंद लें, तो अपराध पनपते हैं, फलते-फूलते हैं।
बीते कुछ दिनों पूर्व जब काशी के एक स्पा सेंटर में गैंगरेप की घटना ने पूरे शहर सहित देश को झकझोर दिया है, तब भी यहां की पुलिस की नींद नहीं खुली है कि वह स्पा सेंटरों की जांच करें और संदिग्ध होटलों को चेक कर उनपर कार्यवाही कर देह व्यापार के धंधे पर लगाम लगाएं।
एक बड़ा यक्ष प्रश्न यही है कि क्या पुलिस इसपर कार्यवाही करना चाहेगी या फिर बनारस जैसी ही किसी बड़ी घटना का इंतजार कुशीनगर की पुलिस भी कर रही है ?
काश, काशी में हुई दरिदंगी की घटना से सबक लेकर कुशीनगर की पवित्रता को मद्देनजर रखते हुए कुशीनगर की पुलिस जाग जाए ताकि कोई दरिंदा इस जिले में ऐसी कोई घटना न करने पाए और साथ ही इस गन्दे धंधे पर भी लगाम लगे।
तथागत बुद्ध की परिनिर्वाण स्थली कुशीनगर सहित आस-पास के क्षेत्रो में देह व्यापार का अवैध कारोबार बेखौफ होकर जिस्म के व्यवसायी कर रहे हैं। सबब यह है कि कुशीनगर मे संचालित हो रहे तमाम रेस्टोरेंट व होटलों के साथ ही अब एक नया तरीका स्पा सेंटर खोलकर गंदा है पर धंधा है की तर्ज पर नाबालिग व भोली-भाली मासूम लड़कियों को चकाचौंध की दुनिया का सपना दिखाकर उन्हें जिस्म के सौदागरों के आगे परोस रहे हैं, सूत्रों के मुताबिक कहीं न कहीं इस गन्दे व्यवसाय में स्थानीय पुलिस की भी मिलीभगत सामने आ रही है। यही वजह है कि समाज को दूषित करने वाला व अन्तर्राष्ट्रीय फलक पर ख्याति प्राप्त बुद्धनगरी को कलंकित करने वाला यह कारोबार जनपद के आस-पास के गलियारों में भी पांव पसारते जा रहा है। कहना ना होगा कि किसी मासूम की मजबूरी का फायदा उठाकर तो किसी को रातों-रात अमीर बनाने का सपना दिखाकर इस अनैतिक धंधे में उतारने वाले कुशीनगर के इज्जतदार रेस्टोरेंट व होटल मालिकों द्वारा न सिर्फ भारतीय संस्कृति को खुलेआम रौंदा जा रहा बल्कि बहुतेरे लड़कियों का जिन्दगी बर्बाद कर उन्हें उनके हाल पर छोड़ दिया गया है। फलतः परिवार से बेदखली और सामाजिक तिरस्कार के बाद आज यह कालगर्ल अपने स्टेटस को कायम रखने के लिए खुद ही अपने ग्राहकों की तलाश कर वहशीपन की शिकार हो रही हैं। किन्तु अफसोस कार्यवाही करने वाले सरकार की सरकारी मशीनरी धृतराष्ट्र बना बैठा है।
रात होते ही कुशीनगर के हाइवे पर भी सज जाती है जिस्म की मंडी
बता दें कि बुद्धनगरी कुशीनगर के एनएच-28 पर स्थित तकरीबन दो- ढाई दर्जन से अधिक रेस्टोरेंट, ढाबा व होटलो के साथ ही कुशीनगर ओवरब्रिज के पास हाइवे पर रात होते ही जिस्म की मंडियां सज जाती हैं, वहां बेखौफ संचालित हो रहे देह व्यापार का अवैध कारोबार का खेल कोई नया नहीं है। स्थानीय लोगों की माने तो बीते डेढ़ दशकों से यह अवैध कारोबार बुद्धनगरी में फल-फूल रहा है। यह बात दीगर है उस समय यह धंधा कुशीनगर में एक दायरे के अंतर्गत सीमित था। किन्तु अब जिस्मफरोशी का यह धंधा महानगरों के भांति कुशीनगर मे भी कुछ सडक छाप एवं समाज में अपना प्रभाव जमाने वाले ऊंचे रसूख के लोगों की कमाई का जरिया बन गया है। सूत्रों की मानें तो कुशीनगर नेशनल हाइवे के हिरनहापुर से गोपालगढ़ के बीच लगभग दो दर्जन रेस्टोरेंट और होटलों में सेक्स रैकेट संचालित करने वाले अनैतिक कारोबारियो से न सिर्फ शहर के बच्चे-बच्चे परिचित है बल्कि यहां के संभ्रांत लोग का इन पेशेवर रेस्टोरेंट व होटल मालिकों से अच्छे ताल्लुकात है। इतना ही नही खाकी व तथाकथित पत्रकारों से चमडी बेचकर दमडी कमाने अनैतिक कारोबारियों से गहरा याराना भी है।
तथाकथित पत्रकार बने हैं देह व्यापार धंधे के संरक्षक
हाईवे के किनारे हिरनहापुर से गोपालगढ़ के बीच संचालित रेस्टोरेंट व होटल मालिकों का दावा है कि उनके इस अवैध कारोबार को कोई बंद नही कर सकता है। वह दम भरते है कि यहां की पुलिस प्रशासन के साथ-साथ मीडिया मैनेज के नाम पर यहां के कुछ पत्रकारों को भी हर माह नजराना भेंट किया जाता है। इन होटलों और रेस्टोरेंट पर हो रहे अवैध कारोबार की जानकारी मिलने पर जब जिला मुख्यालय से पत्रकार पंहुचे और वहाँ के कारोबारियों से पूछे कि यह अवैध धंधा कैसे चल रहा है? तो इस पर अवैध कारोबारियों ने कुछ कथित पत्रकारों का नाम लेते हुए पूछा कि इन्हें आप जानते है तो इनसे बात कर लीजिए।
सूर्या होटल पर पकडे गये थे रंगरलियां मनाते हुए जोड़े
कुशीनगर के तमाम अवैध रूप से संचालित होटल व गेस्ट हाउसो में चल रहे देह व्यापार के कारोबार की लगातार मिल रही शिकायत को गंभीरता से लेते हुए चौकी प्रभारी गौरव शुक्ला ने नायब तहसीलदार के साथ मिलकर 6 मई मंगलवार को झंगुवा नहर के समीप स्थित सूर्या होटल पर छापेमारी कर तकरीबन नौ युगल जोड़ियों को रंगरलियां मनाते हुए पकडे थे, जिनका आगंतुक रजिस्ट्रर पर इंट्री नही था। इसके अलावा जांच में यह तथ्य भी सामने आया कि होटल प्रबंधन द्वारा किसी भी आगंतुक की पहचान दर्ज नहीं की जाती है जो सराय एक्ट का खुलेआम उल्लंघन है। इसके अलावा होटल सराय एक्ट में बिना रजिस्टर्ड अवैध रूप से संचालित हो रहा था। पुलिस ने सूर्या होटल के संचालक के खिलाफ विभिन्न धाराओं मे मुकदमा दर्ज कर होटल को सील कर दिया था। बावजूद इसके कुशीनगर मे देह व्यापार का अवैध कारोबार थमने का नाम नही ले रहा है, वजह यह है कि इन अवैध कारोबारियों पर खाकी और कथित पत्रकारों की मेहरबानी है।
चन्द्रलोक गेस्ट हाउस पर पकडे गये थे युवक-युवतियां
बुद्धनगरी में जिस्मफरोशी के अनैतिक कारोबार को वर्ष 2023 में मीडिया द्वारा प्रमुखता से उठाते हुए लगातार खबरे प्रकाशित किये जाने पर जिला प्रशासन ने खबरों का गंभीरता से संज्ञान लिया और देह व्यापार कारोबारियों पर नकेल कसने का अभियान शुरू किया था। कसया के उपजिलाधिकारी योगेश्वर सिंह व पुलिस क्षेत्राधिकारी कुंदन सिंह के नेतृत्व मे पुलिस ने जिस्मफरोशी के कारोबार के लिए खासे चर्चित चन्द्रलोक गेस्ट हाउस पर छापेमारी की थी इस दौरान रंगरलियां मना रहे तकरीबन दो दर्जन से अधिक युवक-युवतियां मौके पर धरे गये। पुलिस चंद्रलोक होटल के संचालक सहित पकडे गये युवक-युवतियों को स्कूली बस में बैठाकर थाने लेकर आयी और पुछताछ के बाद जहां सभी युवको को शान्ति भंग के आरोप में चालान कर दिया, वहीं युवतियों के घरवालों को थाने पर बुलाकर युवतियों के कृत्य से उनके अभिभावकों को अवगत कराते हुए कड़ी चेतावनी देकर उन्हें सुपुर्द कर चन्द्रलोक गेस्ट हाउस गेस्ट हाउस पर सरकारी ताला जड दिया जो लंबे समय तक बंद रहा। सूत्र बताते हैं कि बाद में गेस्ट हाउस संचालक ने मोटी रकम देकर मामले को मैनेज करके पूर्व के भांति गेस्ट हाउस का संचालन शुरू कर दिया।