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मिश्रौली चौकी प्रभारी ने माँ लक्ष्मी के मूर्ति विसर्जन जुलूस में युवकों पर भांजी लाठी, 7 घायल

द चेतक न्यूज

पडरौना, कुशीनगर : जनपद के पडरौना कोतवाली क्षेत्र के बड़हरा गांव में बृहस्पतिवार की शाम माता लक्ष्मी की मूर्ति विसर्जन के लिए शोभायात्रा के दौरान युवकों द्वारा अबीर- गुलाल उड़ाने के साथ ही आतिशबाजी करने से नाराज होकर मिश्रौली चौकी प्रभारी शनि जावला द्वारा श्रद्धालुओं पर लाठी बरसाने का आरोप लगा है, चौकी प्रभारी की लाठी से कुछ युवकों को चोटें भी आयी हैं। घटना की सूचना मिलने पर अगले दिन शुक्रवार को भाजपा नेता व मनोनीत सभासद नीरज सिंह बिट्टू बड़हरा गांव में पंहुचे और घायल युवकों से मिलकर उनका हालचाल जानने के बाद घटना की जानकारी लेने के साथ ही पुलिस अधीक्षक कुशीनगर केशव कुमार से वार्ता करके दोषी चौकी इंचार्ज पर कार्यवाही करने की भी मांग की।

मिली जानकारी के अनुसार बड़हरा गांव से वृहस्पतिवार की शाम को माँ लक्ष्मी की मूर्ति विसर्जन का जुलूस निकला था, विसर्जन में चल रहे युवक अबीर और गुलाल उड़ा रहे थे, जब वो बड़हरा ढाले के पास शिव मंदिर पर पंहुचे तो वहां कुछ युवक आतिशबाजी करने लगे, युवकों का आरोप है कि इस दौरान चौकी इंचार्ज शनि जावला न जाने क्यों भड़क गए और लाठी चलाने लगे, जिससे वहां भगदड़ मच गयी और 7 युवक घायल हो गए। चौकी इंचार्ज के लाती चलाने से नाराज युवकों ने मूर्ति को वहीं रोक दिया और चौकी प्रभारी के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन करने लगे। इसी दौरान किसी ने मामले की सूचना सदर विधायक मनीष जायसवाल को दे दी, सूचना पाकर मौके लर पंहुचे सदर विधायक मनीष जायसवाल और कोतवाल हर्षवर्धन सिंह पंहुचे तथा उन्होंने युवकों को समझाया, बहुत समझाने के बाद युवक विसर्जन को राजी हुए। वहीं इसके सम्बन्ध में कोतवाल का कहना था कि जुलूस में शामिल युवक आपस में भिड़े थे, चौकी इंचार्ज से कोई विवाद नहीं हुआ था। दूसरी तरफ जुलूस में शामिल युवकों का आरोप है कि बृहस्पतिवार की शाम करीब पांच बजे राम-जानकी मंदिर से मूर्ति विसर्जन जुलूस निकला था। जैसे ही शोभायात्रा रेलवे क्रॉसिंग के पास स्थित शिवमंदिर पहुंचा तो वहां श्रद्धालुओं ने आतिशबाजी शुरू कर दी। इसी दौरान मिश्रौली चौकी इंचार्ज शनि जावला नाराज होकर श्रद्धालुओं पर लाठियां बरसाने लगे। इससे अरविंद, अजीत रौनियार, अजय गुप्ता, प्रिंस रौनियार, विकास कुमार, प्रदीप और लवकुश समेत सात लोग घायल हो गए। नाराज गांव के लोगों ने शिवमंदिर के पास मूर्ति रोककर प्रदर्शन करते हुए दरोगा के खिलाफ नारेबाजी करने लगे, इससे करीब डेढ़ घंटे तक विसर्जन जुलूस रूका रहा तथा विधायक के पंहुचने के बाद लगभग शाम सात बजे मूर्ति विसर्जन संपन्न हुआ। विधायक ने कहा कि शुक्रवार को वे घायलों के साथ एसपी से मिलकर पूरे प्रकरण से अवगत कराएंगे और दोषी दरोगा के खिलाफ कार्यवाही की मांग करेंगे। वहीं घटना की सूचना मिलने पर अगले दिन शुक्रवार को मनोनीत सभासद व भाजपा नेता नीरज सिंह बिट्टू भी गांव में पंहुचे और घायल युवकों से मिलकर उनका कुशलक्षेम लिया तथा साथ ही उन्होंने एसपी कुशीनगर केशव कुमार को इस मामले से अवगत भी कराया। उन्होंने कहा कि मिश्रौली चौकी प्रभारी द्वारा माता लक्ष्मी के मूर्ति विसर्जन में शामिल युवकों पर लाठी चलाने की घटना अत्यंत शर्मनाक है,इस घटना में एक दिव्यांग युवक भी घायल हुआ है, इस मामले से उच्चाधिकारियों को अवगत कराकर दोषी दरोगा ओर कार्यवाही हेतु कहा गया है तथा मुख्यमंत्री जी को भी इस घटना की जानकारी दी जाएगी। इस संबंध में मिश्रौली चौकी प्रभारी शनि जावला का कहना था कि कुछ लड़के नशे में थे, उन्हीं को डांट फटकार लगा रहे थे, इसी दौरान कुछ लड़कों को लाठी से चोट लग गई।

मतलब साफ है कि चौकी प्रभारी अपने बयान में यह मान रहे हैं कि लाठी से युवकों को चोट लगी थी, अब कोतवाल साहब और चौकी प्रभारी दोनों के बयानों में साफ अंतर दिख रहा है, असली मामला क्या है यह तो जांच के बाद ही सामने आएगा। फिलहाल जनप्रतिनिधियों ने उच्चाधिकारियों को घटना से अवगत करा दिया है, देखते हैं एसपी केशव कुमार द्वारा इस प्रकरण में क्या कार्यवाही की जाती है।

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