आदित्य कुमार दीक्षित
द चेतक न्यूज
कुशीनगर : एक तरफ जहां कोविड-19 जैसी वैश्विक महामारी से पूरी दुनिया त्राहिमाम कर रही है तो वहीं पिछले कुछ दिनों से आये चक्रवाती तूफान ताउते ने भी खूब तबाही मचायी है। देश के सभी कोनों में ताउते का असर देखने को मिल रहा है। कहीं तेज हवाओं के साथ बारिश हो रही है तो कहीं तूफान आ रहे हैं। इस तूफान ने महाराष्ट्र तथा गुजरात मे जमकर तबाही मचायी है।
अब इस तूफान का असर पूर्वांचल के जिले कुशीनगर में भी देखने को मिल रहा है। कुशीनगर में बीती रात से शुरू हुई बारिश वृहस्पतिवार की देर शाम तक जारी थी। बुद्धवार रात से शुरू हुई बारिश की वजह से जन जीवन अस्तव्यस्त हो गया है।
उधर मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो शुक्रवार तक बारिश के जारी रहने की संभावना है।
बताते चलें कि बीते दिनों अरब सागर में उठे तूफान ताउते की वजह से अब कुशीनगर का मौसम भी बदल गया है। बुधवार देर शाम से गरज के साथ शुरू हुई झमाझम बारिश गुरुवार को भी जारी है। हालांकि बुधवार की सुबह से ही आकाश में बादल छाए रहे और हल्की बूंदाबांदी होती रही लेकिन बदरा जमकर शाम से बरसना शुरू हुए। जहां दिन में कई बार हल्की बूंदाबांदी भी होती रही वहीं देर शाम से शुरू हुई बारिश अभी तक जारी है।
विदित हो कि बीते शनिवार को अरब सागर में सक्रिय हुए इस तूफान के सोमवार को गुजरात के पोरबंदर तट से टकराने के बाद इस चक्रवाती तूफान के असर से मध्य प्रदेश के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बन गया, जिसकी वजह से एक टर्फ लाइन मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश होते हुए नेपाल बिहार और झारखंड तक जा रही है। इस कम दबाव के क्षेत्र की वजह से जिले में बीते 17 मई से ही बादल छाए हुए हैं तथा तभी से मौसम काफी सुहावना बना हुआ है।
इस तूफान की वजह से एक तरफ जहां अधिकतम तापमान में भी गिरावट आयी है वहीं न्यूनतम पारा भी लुढ़क गया है जिसकी वजह से रात भी ठंडी हो गई है, फिलहाल मौसम विभाग के अनुसार अगले दो दिनों तक मौसम के ऐसे ही बने रहने की संभावना है।
इस तूफान के सम्बन्ध में मौसम वैज्ञानिक डा. एन सुभाष ने बताया कि इस तूफान के कारण बीते सोमवार से ही दिन के समय तापमान में हल्की वृद्धि के बाद शाम से मौसम काफी बदल गया है। उन्होंने बताया कि18, 19 और 20 मई को ताउते का असर पश्चिम ही नहीं बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश में नजर आ रहा है। इस सम्बन्ध में कृषि वैज्ञानिकों ने भी किसानों को अलर्ट जारी किया है, हालांकि कृषि विशेषज्ञों ने किसानों के लिए इस बारिश को काफी फायदेमंद साबित होने का अनुमान जताया है।
वही एन. सुभाष ने बताया कि समुद्री तूफान ताउते के गुजरात तट पर लैंडफॉल करने के बाद यह कमजोर पड़ गया लेकिन इसका असर धीरे-धीरे आगे अन्य राज्यों पर पड़ रहा है। जिसके चलते 18, 19 और 20 मई को इस तूफान के असर से आंधी-बारिश के आसार थे। दिल्ली, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड तक ताउते के असर से मध्यम से तेज बारिश होने के आसार थे।
यूपी में तूफान ताउते के चलते ऑरेंज अलर्ट जारी है, कई जिलों में अगले तीन दिनों तक भारी बारिश, 40 से 50 किमी/घंटे की रफ्तार से हवा भी चलेगी।
मौसम वैज्ञानिक डॉ. एन सुभाष के अनुसार 18 मई को हल्की बारिश हुई तो वहीं,19 मई को कई जिलों में 60-70 मिमी बारिश भी हुई और 20 को भी बारिश लगातार जारी है।
कृषि विशेषज्ञों के अनुसार किसान इस बारिश का लाभ खेत में पानी एकत्र करके उठा सकते हैं। यह बारिश किसानों के लिए फायदेमंद है लेकिन सब्जी वाले खेतों में पानी एकत्र न हो इसका खास ध्यान रखें।
इस तूफान के असर को देखते हुए जिलाधिकारी कुशीनगर एस राजलिंगम ने बदलते मौसम को लेकर जनपदवासियों से सुरक्षित रहने की अपील की है।