मानवता के रक्षक पार्ट-6
हमारी खास सीरीज मानवता के रक्षक में आज हम बात करेंगे कुशीनगर में सक्रीय रूप से कार्य करने वाली सामाजिक संस्था ह्यूमन केअर फाउंडेशन के बारे में
ह्यूमन केअर फाउंडेशन पिछले कई सालों से कुशीनगर जिले में सक्रिय रूप से कार्य कर रहा है संस्था के सदस्य हर मुश्किल घड़ी में लोगो की मदद हेतु तैयार रहते है चाहे बाढ़ की स्थिति हो या आगजनी की संस्था के सदस्य हर संकट की घड़ी में लोगों की मदद करते है।
इसबार मौत के आंकड़ो ने हम सबको विचलित कर दिया है : जहीरुद्दीन

कोरोना की दूसरी लहर आते ही संस्था के सदस्य जहीरूद्दीन इससे निपटने के लिए तैयारीयों में जुट गए इसबार सबसे बड़ी समस्या ऑक्सिजन ,ICU व वेंटिलेटर बेड्स की थी जहीरुद्दीन बताते है सुरुआत में दिल्ली, लखनऊ और महाराष्ट्र से आ रही मौत के आंकड़ो ने हम सबको विचलित कर दिया हमारे पास भी ऑक्सिजन की कोई व्यवस्था नही थी हमने मिशन सांस की शुरुआत की इसके तहत हमने अपने राहत वैन की मदद से खाली सिलेंडर भरवा कर होम आइसोलेट मरीजो तक पहुँचाया

अबतक हमने 30 से ज्यादा मरीजो को निशुल्क ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराए है। 10 से 15 मरीज ऐसे थे जिनको रोज राहत वैन के जरिये ऑक्सीजन पहुचाते थे, ऑक्सिजन के लिए हमारे हेल्पलाइन नंबर पर रोज कॉल्स आती है।
सबसे ज्यादा तनावपूर्ण दिन हमारे लिए 4 मई को रहा इस दिन हमारे पास 150 से ज्यादा कॉल्स ऑक्सीजन के लिए आये लेकिन हमारे पास इतने ऑक्सिजन नही थे न ही इतने संसाधन की सभी की मदद कर पाए लेकिन जितना हमसे हो रहा है हम दिनरात मेहनत कर लोगो को बचाने का प्रयास कर रहे है

पिछले साल 25 हजार से ज्यादा लोगो में खाने का पैकेट दिया गया था, हजारों जरूरतमंदों को खाद्य सामग्री का वितरण किया गया, लेकिन इस बार हम मानसिक तनाव का सामना कर रहे इस मुश्किल घड़ी में कुछ सदस्य है निस्वार्थ भाव से वॉलंटियर के रूप में जुड़े है जो दिन रात लोगो की मदद कर रहे है। इतना सब होने के बाद भी अब भी बहुत लोग है जो इसे गंभीरतापूर्वक नही ले रहे है जो दुःखद है

शादियो में भी कोरोना प्रोटोकॉल का पालन नही हो रहा सबको अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी क्योंकि लापरवाही की इतनी बड़ी कीमत चुका रहे है अब भी नही संभले तो ज्यादा नुकसान हो सकता है।,
जिला प्रशासन हमारी अनदेखी कर रहा है जो सही नही है पिछले साल भी जिला प्रशासन की तरफ से कोई सहयोग नही मिला और इस बार भी कोई सहयोग नही मिल रहा यहां तक कि सामाजिक संगठनों के सदस्यों का अबतक वैक्सीनशन नही करवाया गया लोगो की मदद हेतु हम सबसे आगे रहते ऐसे में संक्रमण का खतरा बना रहता है। जहीर बताते है डर तो लगता है लेकिन लोगो को यू ही मरते हुए नही देख सकते।
हम चाहकर भी लोगो की जान नहीं बचा पा रहे : जमील आयसी

ह्यूमन केअर फाउंडेशन के प्रदेश अध्यक्ष जमील आयसी बताते है कोरोना की पहली लहर में लोगों को बस खाने पीने की दिक्कत थी हमने संस्था की तरफ से प्रवासी मजदूरो और जरूरतमन्द लोगो तक बड़े पैमाने पर खाद्य सामग्री पहुचाई थी लेकिन इसबार का संकट बड़ा है कोरोना की दूसरी लहर ने बहुत नुकसान पहुचाया है संस्था की तरफ से हमने ज्यादातर लोगों को ऑक्सीजन उपलब्ध कराए जितनी ऑक्सीजन के लिए अपील आती है उसका 30 से 50 प्रतिशत ही मदद कर पाते है क्योंकि हमारे पास भी ऑक्सिजन सिलेंडर नही है।
एक मरीज को तो ऑक्सीजन सिलेंडर दे दीया गया लेकिन रेगुलेटर न मिलने के कारण मरीज की मौत हो गई, इसबार मरीजो कि संख्या ज्यादा है संक्रमण गावँ तक फैल चुका है संस्था के पास सीमित संसाधन होने के कारण हम चाहकर भी लोगो को नही बचा पा रहे है।

सरकार फ्रंट लाइन वर्कर्स और उनके परिजनों को प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीनशन करावाई है लेकिन सामाजिक संगठनों के सदस्यों व उनके परिजनों का प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीनशन नही करवाया जा रहा,डर तो हमे भी लगता है लेकिन मानवता की सेवा हमारा धर्म है यही कारण है हम दिनरात सेवा में लगे हुए है।
द चेतक न्यूज ह्यूमन केअर फाउंडेशन के सदस्यों के जज्बे को सलाम करता है। अगर आपके आसपास भी कोई संस्था या कोई व्यक्ति इस प्रकार की समाजसेवा कर रहा हूं तो इसकी जानकारी हमें हमारे नम्बर 8931878951 तथा 9451200450 पर व्हाट्सअप करें, हम उनकी कहानी अपनी खास सीरीज मानवता के रक्षक में दिखाएंगे।