मानवता के रक्षक पार्ट-7
हम अपनी खास सीरीज मानवता के रक्षक में उन लोगों की कहानी दिखा रहे हैं जो कि इस भयंकर महामारी में अपनी परवाह न करते हुए दूसरों की मदद करने में लगे हुए हैं।
हमारी खास सीरीज मानवता के रक्षक में आज हम बात करेंगे कुशीनगर की सामाजिक संस्था टीम कर्तव्य के बारे में टीम कर्तव्य पिछले तीन वर्षों से विभिन सामाजिक क्षेत्रों में अपना योगदान दे रहा है।

संस्था के अरुण पाण्डेय बताते है इसबार कोरोना की दूसरी लहर के लिए हम तैयार नही थे सरकार भी नही संकट बहुत बड़ा था जिसको देखते हुए हमने तत्काल कदम उठाए और टीम कर्तव्य के माध्यम से लोगो की मदद करने लगे सबसे ज्यादा ऑक्सीजन और बेड्स को लेकर कॉल्स आती थी हमारे पास खाली ऑक्सीजन सिलेंडर नही था हम खुद को असहाय महसूस कर रहे थे लेकिन हमने हिम्मत नही हारी हमने कुछ संस्थाओं व लोगो की मदद से जितना हो सका ऑक्सिजन दिलवाया, 200 से ज्यादा लोगो को हॉस्पिटल में भर्ती करवाने में सहयोग किया,
टीम कर्तव्य एक युवाओ की टीम है जिसमें 170 से ज्यादा युवा जुड़े है लगभग सभी अपने स्तर से सहयोग कर रहे है कुछ ऐसे भी हमारे साथी है जो सक्रिय रूप से दिन-रात लोगो की मदद करने में जुटे है। हमसभी एक परिवार की तरह काम करते है।

मारवाड़ी युवा मंच पडरौना के गौरव भैया ने ऑक्सिजन दिलवाने मे हमारी बहुत मदद की कुछ को छोड़कर ज्यादातर जनप्रतिनिधियों का फोन इस संकट की घड़ी में भी स्विच आफ रहता था हमने अधिकारियों से कोऑर्डिनेट करके ज्यादातर लोगों की मदद की
हमने अधिकारियों से झूठ बोला की हम मुख्यमंत्री कार्यालय से बोल रहे है क्या करते हमारे पास और कोई रास्ता नही था हम लोगो की जान बचाने के लिए जो बन पड़ता हम करते मानसिक तनाव के चलते मैं कई दिनों तक सो नही पाता था
हम रोज 50 से 60 जरूरतमन्द लोगो को राशन भी दे रहे है। आगे हमने 7-8 महीने तक रोज 100 से ज्यादा जरूरतमंद लोगों को राशन देने का लक्ष्य रखा है। जो भी जरूरतमन्द लोग है हम सबको राशन देते है हमने निर्णय लिया है राशन देते हुए फ़ोटो नही लेंगे।

सवाल बार बार आता आखिर हम क्यो तैयार नही थे कुछ लोग बोलते है यह संकट अचानक आया मैं नही मानता क्योंकि वैज्ञानिकों ने दूसरी लहर के लिए पहले ही सचेत किया था लेकिन सरकार ने गंभीरतापूर्वक नही लिया
अब वैज्ञानिक तीसरी लहर की बात कर रहे है अगर हम समय रहते इसकी तैयारी नही किये तो स्थिति बहुत भयावह होगी सरकार को मध्यम वर्ग के परिवारों के लिए तत्काल कोई कदम उठाने होंगे क्योकि सबसे ज्यादा हासिये पर यही लोग है।असली समस्या तो बेरोजगारी की है इसको दूर नहीं किया गया तो इससे कई प्रकार की सामाजिक समस्याएं खड़ी होंगी।
इस वक्त जनप्रतिनिधियों को जनता के बीच होना चाहिए लेकिन सब हाथ खड़े कर रहे है हा कुछ जनप्रतिनिधि है जो मदद कर रहे है उनके माध्यम से हमने भी कई लोगो की मदद करवाई है। लेकिन सरकार अकेले सब कुछ नही कर सकती हाँ यह सच है इस संकट की घड़ी में भी कालाबजारी हुई है ऑक्सीजन से लेकर जीवन रक्षक दवाओं तक कि बड़े पैमाने पर कालाबजारी हुई है लेकिन वो कौन लोग थे हमलोगों के बीच के ही थे आप सोच सकते है जिनको नकली इंजेक्शन लगाया गया होगा क्या वो बचे होंगे ऐसे लोग मानवता के दुश्मन है।

सरकार ने सभी फ्रंट लाइन वर्कर्स व उनके परिजनों की प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीनेशन करवाया है लेकिन सामाजिक संगठनों के लोगो व उनके परिजनों की अनदेखी की गई है हम भी सबसे ज्यादा लोगो के बीच मे होते है संक्रमण का खतरा भी ज्यादा होता है लेकिन सरकार का हमारे तरफ ध्यान नही गया सरकार से इतनी बड़ी चूक कैसे हो गई समझ के परे है
आप सोच सकते है किस स्तर की तैयारी है हमारी यह लड़ाई बड़ी है और सबको अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी जो लोग सक्षम है उनको आगे आना होगा हम लोगो को ऐसे मरते हुए नही छोड़ सकते

टीम कर्तव्य के सैफ लारी बताते है जब भी किसी जरूरतमंद का फोन आता है हमारी संस्था को तो हम ये सुनिश्चित करते हैं कि उस परिवार तक राशन गोपनीय तरीके से बिना फोटो लिए पहुंचाया जाए। हम सबको जरूरतमंद लोगो की मदद करना सबसे अच्छा लगता है।

अरुण बताते है इस संकट की घड़ी में भावेश तुलस्यान, सैफ लारी,सुभम त्रिपाठी, विनायक प्रबल, अनुज मिश्रा,अमन सिंह,मयंक पाण्डेय,रितिक सिंह गौतम ,सुमित मिश्रा आदि सब लोगो ने पूरी सक्रियता के साथ लोगो की मदद की। द चेतक न्यूज टीम कर्तव्य के सदस्यों के जज्बे को सलाम करता है।
अगर आपके आसपास भी कोई संस्था या कोई व्यक्ति इस प्रकार की समाजसेवा कर रहा हूं तो इसकी जानकारी हमें हमारे नम्बर 8931878951 तथा 9451200450 पर व्हाट्सअप करें, हम उनकी कहानी अपनी खास सीरीज मानवता के रक्षक में दिखाएंगे।