आदित्य कुमार दीक्षित
द चेतक न्यूज़
कुशीनगर : कुशीनगर जिले के खड्डा थाना क्षेत्र से दो नाबालिग बच्चियों को देवरिया की रामपुर कारखाना पुलिस द्वारा जबरन उठाकर ले जाने का मामला अब तूल पकड़ने लगा है। पीड़ित बच्चियों के पिता ने पुलिस के उच्चाधिकारियों के साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी प्रार्थना पत्र देकर इस मामले में कार्यवाही की मांग की है। हालांकि इस मामले में देवरिया पुलिस अधीक्षक श्रीपति मिश्र ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं।
बताते चलें बीते गुरुवार को देवरिया जिले के रामपुर कारखाना की पुलिस खड्डा थाना क्षेत्र के लक्ष्मीपुर पड़रहवां आयी थी तथा वहां से दो नाबालिग बच्चियों को जबरन पूछताछ के नाम पर उठा ले गयी, ग्रामीणों तथा परिजनों द्वारा इसका विरोध करने पर पुलिस ने उन्हें पुलिसिया रौब दिखा डरा धमकाकर चुप करा दिया।
इस मामले में बच्चों के पिता ने जब इसकी सूचना खड्डा थानाध्यक्ष आरके यादव को दी तो उन्होंने मामले की जांच करते हुए, देवरिया के रामपुर कारखाना पुलिस पर बच्चियों को वापस करने का दबाव बनाया जिसके बाद रामपुर कारखाना की पुलिस ने दबाव बढ़ता देखकर बच्चियों को 7 घंटे बाद खड्डा थाना को सुपुर्द कर दिया।
मिली जानकारी के अनुसार पुलिस अधीक्षक देवरिया श्रीपति मिश्रा ने इस मामले की जांच अपर पुलिस अधीक्षक को दे दी है तथा उन्होंने कहा है कि जांच में जो भी आरोपी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।
क्या था पूरा मामला
विदित हो कि खड्डा थाना क्षेत्र के लक्ष्मीपुर पड़रहवा निवासी एक युवक देवरिया के रामपुर कारखाना थाना क्षेत्र की एक युवती को भगा ले गया है, इस मामले में छानबीन कर रही रामपुर कारखाना पुलिस गुरुवार को प्राइवेट गाड़ी से खड्डा थाना क्षेत्र के लक्ष्मीपुर पड़रहवां गांव पँहुची और गांव निवासी प्रभु राजभर की 12 और 14 वर्ष साल की दो बच्चियों को पूछताछ के नाम पर जबरन गाड़ी में बैठा लिया, परिजनों और ग्रामीणों द्वारा इसका कारण पूछे जाने पर पुलिस वालों ने पुलिसिया रौब दिखाकर उन्हें चुप करा दिया और दोनों बच्चियों को अपने साथ लेकर चले गए। इसके बाद बच्चियों के पिता प्रभु राजभर ने थानाध्यक्ष खड्डा आरके यादव को इस मामले से अवगत कराया तो उन्होंने ऐसे किसी मामले की जानकारी से अनभिज्ञता जतायी लेकिन पीड़ित द्वारा पूरा मामला बताने पर उन्होंने देवरिया की रामपुर कारखाना पुलिस से सम्पर्क किया तो पूरा मामला पता चला। मामले की जानकारी होने पर खड्डा थानाध्यक्ष ने रामपुर कारखाना पुलिस पर दबाव बनाया तब जाकर सात घण्टे बाद रामपुर कारखाना की पुलिस ने दोनों बच्चियों को खड्डा थाने को सुपुर्द किया।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार अपने घर आने के बाद दोनों बच्चियां बुरी तरह से डरी सहमी हुई थी, परिजनों द्वारा पूछने पर बच्चियों ने पुलिस द्वारा अपने साथ किए गए दुर्व्यवहार को बताया। बच्चियों द्वारा बताए गए पुलिस के कारनामों को सुनकर वहां मौजूद सभी लोगों के मुंह से पुलिस के लिए सिर्फ हाय निकल रही थी, मासूम बच्चियों ने परिजनों को बताया कि रामपुर कारखाना की पुलिस ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया, पुलिस ने उन्हें गालियां दी, उनके साथ गंदी गंदी बातें की तथा मारपीट भी किया, उन्होंने बताया कि इसका कारण पूछने पर पुलिस वालों ने धमकी दी कि इस बारे में अगर कहीं मुंह खोला तो स्कूल जाने लायक या कहीं मुंह दिखाने लायक नहीं रहोगी। बच्चियों ने बताया कि हमने पिता के नंबर पर फोन लगाया लेकिन पुलिस वालों ने हमें अपने पिता से बात करने नहीं दिया और गंदी गंदी गालियां देकर मारने पीटने लगे। बच्चियों के अनुसार हम बार-बार यह कह रहे थे कि हमें कुछ नहीं पता लेकिन उसके बाद भी पुलिस वाले हमें पीट रहे थे।
इस मामले में पीड़ित बच्चियों के पिता प्रभु राजभर ने पुलिस के उच्चाधिकारियों के साथ ही सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ को एक प्रार्थना पत्र सौंपकर आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की है।
इस सम्बन्ध में क्या कहते हैं देवरिया पुलिस अधीक्षक
इस मामले के संदर्भ में देवरिया पुलिस अधीक्षक श्रीपति मिश्र से जब बात की गई तो उन्होंने बताया रामपुर कारखाना की पुलिस खड्डा थाना क्षेत्र के एक गांव की दो बच्चियों को पूछताछ के लिए उठा कर लाई थी लेकिन बिना खड्डा थाना को सूचना दिए यह कार्य करना गलत है, रामपुर कारखाना की पुलिस ने गलती की है। उन्होंने बताया कि हमने इस मामले में अपर पुलिस अधीक्षक को विस्तृत जांच सौंप दी है, लजांच में दोषी पाए जाने पर पुलिसकर्मियों के खिलाफ उचित कार्यवाही की जाएगी।