
अंजुम आरा मामले में एसओ कुबेरस्थान की भूमिका संदिग्ध : पूर्व मंत्री राधेश्याम सिंह
डीआईजी ने पीड़िता को 1 सप्ताह में दिया न्याय का भरोसा
प्रबन्धक पर गम्भीर धाराओं में दर्ज मुकदमे के बावजूद भी गिरफ्तारी नहीं कर रही कुबेरस्थान पुलिस
आदित्य कुमार दीक्षित
द चेतक न्यूज
कुशीनगर : कुशीनगर जिले में चल रहे महिला शिक्षिका अंजुम आरा और गीता इंटरनेशनल स्कूल के प्रबन्धक ओपी गुप्ता के हाईप्रोफाइल मामले की जानकारी अब पूर्व मंत्री राधेश्याम सिंह ने डीआईजी गोरखपुर को दी है, उन्होंने बुद्धवार को पीड़िता शिक्षिका के साथ डीआईजी से मिलकर उन्हें पूरे मामले से अवगत कराया। पूर्व मंत्री ने डीआईजी को बताया कि इस पूरे मामले में एसओ कुबेरस्थान संजय कुमार की भूमिका संदिग्ध प्रतीत हो रही है क्योंकि मामले को दो सप्ताह से ज्यादा होने और प्रबन्धक पर गम्भीर धारा में मुक़दमा दर्ज होने के बावजूद भी कुबेरस्थान पुलिस आरोपी प्रबन्धक को गिरफ्तार करने से कतरा रही है। पीड़िता ने पूर्व मंत्री राधेश्याम सिंह के साथ मिलकर डीआईजी जे रविन्द्र गौड़ को न सिर्फ मामले से अवगत कराकर तहरीर सौंपी बल्कि स्कूल प्रबन्धक का वो ऑडियो भी सौंपा जिसमें स्कूल प्रबन्धक ओपी गुप्ता ने अपनी बकाया सैलरी मांगने पर पीड़िता को भद्दी भद्दी गालियां दी है।
विदित हो कि बीते 16 अगस्त को कसया निवासिनी एक महिला शिक्षिका ने गीता इंटरनेशनल स्कूल के प्रबन्धक ओपी गुप्ता के खिलाफ पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र सौंपते हुए पुलिस अधीक्षक को बताया था कि गीता इंटरनेशनल स्कूल में वह पीआरओ के पद पर तैनात थी, स्कूल का प्रबन्धक ओपी गुप्ता आएदिन उसे गलत नजरों से देखता था और उससे कहता था कि अगर मेरे स्कूल में रहना है तो मेरे साथ हमबिस्तर होना पड़ेगा, एक दिन तो उसने मेरे साथ जबरजस्ती करने की कोशिश की, जिसका विरोध करने पर उसने मुझे अपने स्कूल से निकाल दिया और जब मैंने 12 अगस्त को प्रबन्धक ओपी गुप्ता को फोन कर अपनी बकाया सैलरी 39000 रुपये की मांग की तो उसने मुझे बहुत ही गन्दी-गन्दी गालियां दीं तथा मेरे घर आकर दुष्कर्म करने की धमकी भी दी। महिला शिक्षिका द्वारा दिए गए इस तहरीर के आधार पर पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर कुबेरस्थान पुलिस ने प्रबन्धक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया लेकिन मामले के दो सप्ताह के बाद भी आजतक आरोपी प्रबन्धक को कुबेरस्थान पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पायी।
इसके बाद पीड़िता ने पूर्व मंत्री राधेश्याम सिंह के साथ मिलकर बुद्धवार को डीआईजी गोरखपुर जे रविन्द्र गौड़ को अपना शिकायती पत्र सौंपा और उनसे न्याय की गुहार लगायी।
डीआईजी ने 1 सप्ताह में दिया न्याय का भरोसा
इस मामले में डीआईजी ने पीड़िता को न्याय का पूरा भरोसा दिलाया है। डीआईजी ने पीड़िता को यह आश्वासन दिया कि एक सप्ताह के भीतर इस मामले की जांच पूरी कर आपको न्याय दिलाया जाएगा और साथ में एसओ कुबेरस्थान को भी इस मामले में तलब किया जाएगा।