जिला पंचायती राज अधिकारी को ग्राम प्रधान ने सौपा त्यागपत्र
The Chetak News
कुशीनगर : कमीशन न मिलने पर गांव के विकास कार्य में रोड़ा बन रहे ग्राम विकास अधिकारी अशोक कुमार गोंड के कमीशनखोरी रवैये से आजिज़ आकर जिले की एक ग्राम प्रधान ने बुद्धवार को अपने पद से इस्तीफा देते हुए अपना इस्तीफा जिला पंचायतीराज अधिकारी को सौंप दिया है। यह सनसनीखेज मामला जिले के तमकुहीराज विकास खण्ड क्षेत्रन्तर्गत ग्रामसभा धुरिया कोट का है।
बताते चलें कि जिले के तमकुहीराज विकास खण्ड के
ग्रामसभा धुरिया कोट के ग्राम प्रधान प्रीति चौरसिया ने बुद्धवार को ग्राम प्रधान पद से त्यागपत्र देकर सबको चौंका दिया, उन्होंने डीपीआरओ अभय यादव को सौपे गये अपने त्यागपत्र में लिखा है कि मेरे ग्राम सभा का चयन एसडब्ल्यूएम में हुआ है, किन्तु गांव में तैनात ग्राम विकास अधिकारी अशोक कुमार गोंड ने कमीशन के चक्कर में बिना टेंडर अपने चहेते फर्म को भुगतान कर दिया है। साथ ही ग्राम प्रधान ने आरोप लगाया है कि ग्राम विकास अधिकारी अशोक गोंड दो महीने से डोंगल अपने पास रखे है। वह अपने चहेते फर्म चिन्मय इन्टरप्राईजेज पडरौना को ग्राम प्रधान के अनुमति से बिना टेंडर कराये बिल बाउचर भुगतान कर दिया है। उन्होंने सचिव पर आरोप लगाया है कि पिछले वर्ष में भी संम्बधित फर्म से ही ग्राम विकास अधिकारी ने स्ट्रीट लाइट ग्राम सभा में लगवाया था, जिसमें 80 फीसदी लाइट खराब हो गई है। ग्राम प्रधान के द्वारा लिखे गए पत्र में यह भी जिक्र किया गया है कि
पिछले वर्ष अक्टूबर माह से ही स्ट्रीट लाइट खराब होने की जानकारी सचिव को दी गई लेकिन आज तक स्ट्रीट लाइट को ठीक नहीं कराया गया जबकि स्ट्रीट लाइट दो वर्ष की गारंटी में है। उन्होंने इस्तीफे में लिखा है कि ग्राम सभा के विकास के लिए मनमाने तरीके से खरीदारी करने का मालिक सचिव है तो फिर प्रधान का क्या मतलब है ? प्रधान प्रीति चौरसिया ने डीपीआरओ अभय सिंह को अपना त्यागपत्र पत्र सौपने के बाद सीडीओ गुंजन द्विवेदी से भी मिलकर ग्राम विकास अधिकारी अशोक गोंड की कमीशनखोरी वाले कारनामे से अवगत कराया।