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पीड़ित ने चिकित्सक प्रवीण राव के खिलाफ मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल पर की शिकायत, कार्रवाई की लगायी गुहार
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पडरौना नगर के रामकोला रोड स्थित प्रविका हास्पिटल का मामला
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पथरी के आपरेशन के दौरान हुई लापरवाही से कैंसर ने ली महिला की जान
द चेतक न्यूज
कुशीनगर : जिले के पडरौना नगर के रामकोला रोड स्थित प्रविका हास्पिटल के संचालक डाक्टर प्रवीण राव की लापरवाही से एक महिला की मौत होने का मामला सामने आया है। यह आरोप मृतका के पति प्रवीन दीक्षित ने लगाते हुए पीड़ित ने चिकित्सक के खिलाफ कार्यवाही हेतु जिलाधिकारी से लगायत मुख्यमंत्री के जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायत कर न्याय की मांग की है।
मुख्यमंत्री पोर्टल पर किये शिकायत में पडरौना कोतवाली क्षेत्र के सिरसिया दीक्षित निवासी प्रवीन दीक्षित ने कहा है कि 1 अप्रैल-2023 को उनकी पत्नी मनभावती देवी के पेट मे तेज दर्द हुआ जिसका इलाज कराने के लिए वह अपनी पत्नी को शहर के रामकोला रोड स्थित गैस्टो स्पेशलिस्ट डाॅ. प्रवीण राव के प्रविका अस्पताल पर ले गये जहा फीस जमा कराने के बाद डाॅ. राव ने उनकी पत्नी को देखा और कान्हा डायग्नोस्टिक सेन्टर पर अल्ट्रासाउंड कराने के बाद बताया कि उनकी पत्नी के पित्त की थैली में पथरी है।
जान का खतरा बताकर डाक्टर ने डराया-धमकाया
जनसुनवाई पोर्टल पर किये गये शिकायत पत्र मे पीडित ने लिखा है कि डाॅ प्रवीण राव ने उनको डरा-धमका कर कहा कि अगर मरीज का चौबीस घंटे के अन्दर आपरेशन नही हुआ तो मरीज मर जायेगी। पीडित का कहना है कि वह अपनी आर्थिक और घरेलू मजबूरी बताते हुए एक सप्ताह बाद आपरेशन कराने बात कही तो डाॅ. राव नाराज हो गये और झल्लाते हुए बोले कि हम कुछ नही जानते है चौबीस घंटे के अन्दर पथरी को निकाला नही गया तो मरीज की मृत्यु हो जायेगी इसके बाद तुम जानो तुम्हारा काम जाने। डाॅ. राव की बात सुनकर प्रवीन दीक्षित व उनके परिवार के लोग घबडा गये और सब कुछ डाक्टर के भरोसे छोड दिया। इसके बाद डाक्टर ने साठ हजार रूपये जमा कर 2 अप्रैल – 2023 को रात्रि तकरीबन 11 बजे कान्हा डायग्नोस्टिक सेन्टर के जांच. रिपोर्ट के आधार पर (जिसमे आंत मे गंभीर सुजन, जानडिस, और पित्त के थैली पथरी दर्शाया गया था) आपरेशन कर दिया। इस दौरान डाॅ. राव की देख-रेख में उनकी पत्नी का इलाज होता रहा फिर कुछ दिन बाद डाॅ. राव ने उनकी पत्नी मनभावती देवी की हालत बेहतर बताते हुए डिस्चार्ज कर दिया और 15 दिन बाद मरीज को लाकर दिखाने की बात कही।
आपरेशन के बाद भी होता रहा मरीज के पेट में दर्द
प्रवीन दीक्षित ने अपने प्रार्थना पत्र में आगे लिखा है कि आपरेशन के बाद भी उनकी पत्नी के पेट मे लगातार दर्द होता रहा। पन्द्रह दिन बाद जब वह अपनी पत्नी को लेकर फिर डाॅ. प्रवीण राव को दिखाया और बताया कि इनके स्वास्थ्य में कोई सुधार नही है हमेशा पेट मे दर्द हो रहा है तो डाक्टर राव ने कहा कि पेट मे गैस बन रहा है जो दवा दिए हैं, उसे खिलाते रहिए धीरे-धीरे ठीक हो जायेगा। किन्तु मरीज कि हालत दिन प्रतिदिन खराब होती रही यह देख डाक्टर ने कहा कि तुम अपने मरीज को बाहर ले जाकर कही दिखा लो मुझे समझ में नही आ रहा है।
गोरखपुर, लखनऊ तथा बनारस के चिकित्सकों ने कहा आपरेशन में डॉक्टर ने की है लापरवाही
शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में लिखा है कि डाक्टर प्रवीण राव के हाथ खडा करने के बाद वह मजबूर होकर अपनी पत्नी को गोरखपुर स्थित गोरखनाथ अस्पताल ले गए जहाँ विशेषज्ञ डाक्टरों की टीम द्वारा उन्हें बताया गया कि पित्त की थैली में पथरी के ऑपरेशन के दौरान डाक्टर द्वारा लापरवाही बरतते हुए पेट के अन्दर गलत जगह चिरा लगाकर अन्दर गांठ बांध दिया गया है जिसकी वजह से पेट में नया घाव होकर उसमे मवाद भर गया है जिससे पेट के अन्दर सडन शुरू हो गई, जो तेजी से विकराल रुप लेकर कैंसर में तब्दील हो रहा है। फिर गोरखनाथ के डॉक्टरों ने मरीज को केजीएमयू लखनऊ रेफर कर दिया वहाँ भी डाक्टरो ने ऑपरेशन करने वाले डाॅ प्रवीण राव की लापरवाही बताते हुए इलाज शुरू किया, लेकिन 15 दिन के इलाज के बाद भी मरीज की हालत मे कोई सुधार नहीं हुआ तो केजीएमयू के चिकित्सकों ने मरीज को टाटा कैंसर अस्पताल बनारस ले जाने की सलाह दिया। इसके बाद वह अपनी पत्नी मनभावती देवी को टाटा कैंसर अस्पताल बनारस ले गये वहाँ भी डॉक्टरों ने बताया कि पडरौना के डाक्टर द्वारा आपरेशन के दौरान की गयी लापरवाही को छुपाने के लिए पेट के अन्दर गलत गांठ बांध दिये जाने से मरीज का जीवन अब भगवान के हाथों में है। यह सुनकर वह रोने-बिलबिलाने लगे, उनको रोता-बिलखता देख डाक्टरों ने मरीज को भर्ती कर 22 दिनों तक इलाज किया, परन्तु मरीज के स्वास्थ्य मे कोई सुधार नहीं हुआ। इस दौरान वह प्रविका हास्पिटल के डाक्टर से सम्पर्क कर बैप्सीस रिपोर्ट मांगे तो वह आना कानी करते हुए बहानाबाजी करने लगे, बाद में बनारस के डॉक्टरों के हस्तक्षेप के बाद डाॅ. प्रवीण राव ने अपनी कमी को छिपाने के लिए फर्जी बैप्सीस रिपोर्ट दे दिया।
डॉक्टर ने पीड़ित को दी धमकी, जो बिगाडना है बिगाड लेना
शिकायतकर्ता ने अपने शिकायती पत्र में यह भी आरोप लगाया है कि जब वह डाॅ. राव से उनके खिलाफ शिकायत करने की बात कही तो डाॅ, राव ने धमकी देते हुए कहा कि तुमको जो मन मे आये करो मेरा कोई कुछ नही बिगाड सकता है। इसी बीच 31 मार्च 2024 को उनकी पत्नी मनभावती देवी का देहान्त हो गया। उन्होंने कहा कि डा० प्रवीण राव गैस्टो स्पेश्लिस्ट है जिन्हें ऑपरेशन करने का अधिकार नहीं है इसके बावजूद उन्होंने मेरी पत्नी मनभावती देवी का गलत आपरेशन कर असमय उसकी जीवन लीला समाप्त कर दी।
पीड़ित प्रवीण दीक्षित नेमुख्यमंत्री से अपनी पत्नी मनभवाती देवी की मृत्यु के कारण और डाक्टर प्रवीण राव की लापरवाही की मजिस्ट्रेटी जांच कराकर आरोपी डाक्टर प्रवीण राव व प्रविका हास्पिटल के विरुद्ध सख्त व दण्डात्मक कार्यवाही करने की गुहार लगायी है।
आरोपी डॉक्टर ने कहा….
प्रविका हास्पिटल के संचालक व आरोपी डाक्टर प्रवीण राव ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को एक सिरे से खारिज करते हुए कहा कि पथरी के आपरेशन के दौरान पित्त की थैली मे कोई दिक्कत नही थी, कैंसर की कोई शिकायत भी नहीं थी। ऑपरेशन के आठ माह बाद किसी व्यक्ति की किसी बीमारी से मौत होती है तो उसका ऑपरेशन से कोई लेना देना नही है, बाइप्सी रिपोर्ट में कैंसर नही दिखाया था। उन्होंने कहा कि आपरेशन करने वाले अपने सर्जन से भी वह इस केस पर चर्चा कर लिए है, इसमें कहीं कोई लापरवाही नही की गयी है।