आदित्य कुमार दीक्षित
द चेतक न्यूज
कुशीनगर : जिले के पटहेरवा थाना क्षेत्र के करजहा गांव में बहुसंख्यक आबादी वाले दलितों के उत्पीड़न से आजिज आकर गांव में अल्पसंख्यक रूप में रह रहे 20 ब्राह्मण परिवारों ने एक साथ गांव को छोड़ने का फैसला लिया और सभी ब्राह्मण परिवारों ने अपने घरों पर एक पोस्टर चिपका दिया, जिस पर लिखा हुआ था कि दबंगों के उत्पीड़न से आजिज आकर पीड़ित ब्राह्मण परिवार गांव छोड़ने पर मजबूर है। यह खबर जब क्षेत्र में फैली और सोशल मीडिया पर जब यब पोस्टर वायरल होने लगा तो प्रशासन के हाथ पांव फूल गए तथा आनन फानन में प्रशासनिक अमला करजहां गांव पहुंचा और वहां मामले का संज्ञान लेते हुए, बिगड़ रहे माहौल को शांत करा कर ब्राह्मण परिवारों को न्याय का भरोसा दिलाया। ब्राह्मण परिवारों के साथ हुए उत्पीड़न के मामले की जानकारी जब अंतर्राष्ट्रीय ब्राह्मण महासंगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ पद्माकर द्विवेदी को हुई तो उन्होंने संगठन के जिला नेतृत्व को निर्देशित किया कि संगठन पीड़ित परिवारों से जाकर मिले और उन्हें हरसंभव मदद उपलब्ध कराए। संगठन के राष्ट्रीय नेतृत्व के निर्देश पर अंतर्राष्ट्रीय ब्राह्मण महा संगठन का एक प्रतिनिधिमंडल पीड़ित ब्राह्मण परिवारों से मिलकर उन्हें हर संभव मदद का भरोसा दिया तथा साथ ही इस बात का भी भरोसा दिलाया की चाहे कुछ भी हो जाए यह संगठन पीड़ित ब्राह्मण परिवारों को उनकी जन्म भूमि को छोड़कर कहीं जाने नहीं देगा और साथ ही सभी हालातो में अंतर्राष्ट्रीय ब्राह्मण महा संगठन पीड़ित ब्राह्मण परिवारों के साथ हर कदम पर खड़ा रहेगा। संगठन के जिला अध्यक्ष कुशीनगर राजेश पांडेय ने इस संबंध में बताया की करजहां गांव में ब्राह्मण परिवारों के साथ दलितों द्वारा उत्पीड़न करने का मामला संज्ञान में आया था, इसके बाद प्रशासन से बात करके आरोपियों के विरुद्ध कार्यवाही करवायी गई है, संगठन की तरफ से पीड़ित ब्राह्मण परिवारों को हर संभव मदद का भरोसा भी दिया गया है और संगठन के पदाधिकारी लगातार पीड़ित परिवारों के सम्पर्क में बने हुए हैं।
क्या था पूरा मामला
कुशीनगर जिले के पटहेरवा थानाक्षेत्र के करजहां निवासी राजकिशोर मिश्र सफाई कर्मी पद पर तैनात हैं, रोज की भांति वह कुछ दिन पूर्व भी अपनी ड्यूटी पर जा रहे थे कि पहले से गांव के प्राथमिक विद्यालय पर एकत्र दलित समुदाय के युवकों ने अकारण ही बुरी तरह उनकी पिटाई कर दी, जिसके वजह से राजकिशोर मिश्र के शरीर पर कई जगह चोट आने के साथ ही उनका हाथ भी फ्रैक्चर हो गया।
इसके बाद प्रशासन की तरफ से उचित कार्यवाही न होने तथा आयेदिन दलितों के उत्पीड़न से आजिज आकर अपने परिवार की इज्जत- आबरू बचाने के लिए गांव के सभी 20 ब्राह्मण परिवारों ने गांव छोड़ने का निर्णय ले लिया। लगातार अपमान का दंश झेलते- झेलते बेजार हो चुके इन ब्राह्मणों ने अपने घरों पर ‘मकान बिकाऊ है’ का पोस्टर चिपका दिया। उत्पीड़न का शिकार इन लोगों का कहना है कि संख्या बल के हिसाब से कम होने के कारण दबंग बन चुके दलित बिरादरी के लोग आए दिन उनको गाली देते रहते हैं। फसलों का सरेआम नुकसान करने के साथ-साथ हिंदू धर्म के हिसाब से त्योहार तक नहीं मनाने दे रहें हैं। पीड़ित परिवारों का कहना है कि हद तो यह है कि बहु-बेटियों पर भी अब दलित समुदाय के लोग छींटाकशी करने से भी नहीं बाज आ रहे हैं। ब्राह्मण जाति से ताल्लुक रखने वाले इन लोगों का कहना है कि यदि प्रशासन इनकी बात नहीं सुनता है तो वे लोग आत्महत्या करने को मजबूर हो जाएंगे।
बताते चलें कि कुशीनगर जनपद के तमकुहीराज तहसील क्षेत्र के गांव करजहां में दलितों की आबादी तकरीबन 80 प्रतिशत है। इसके विपरीत ब्राह्मण बिरादरी के लोगों की संख्या 10 से 15 प्रतिशत ही है। इसे बदलते वक्त की तासीर कहिए या तुष्टिकरण की राजनीति का दुष्प्रभाव ! सरकारी अभिलेखों में सवर्ण कहे जाने वाले इस गांव के ब्राह्मण आज अपमान की घूंट पीकर नरक की जिंदगी जीने को मजबूर हैं। यहां तक कि अब इन्हें हिंदू धर्म के अनुसार पर्व तक मनाने नहीं दिया जा रहा है।
दलितों द्वारा बुरी तरह पीटे गए राजकिशोर मिश्र का कहना है कि दलितों द्वारा सरेआम उनकी फसलों को नुक़सान पहुंचाया जाता है तथा टोकने पर गाली सुननी पड़ती है। इसी गांव के दिलीप मिश्र का कहना है कि अब ब्राह्मणों का इस गांव में रहना मुश्किल हो गया है, अपमान का दंश झेलते – झेलते वे लोग बेजार हो गये हैं, अब तो बहु- बेटियों पर छींटाकशी तक होने लगी है। नर्क की जिंदगी जिन्हें से अच्छा है कि गांव ही छोड़ दिया जाय, इनका कहना है कि सरकार उनकी संपत्ति का मुआवजा देकर कहीं बसा दे। मधुराज मिश्र का कहना है कि दलित समुदाय के लोग अब सरेआम कहने लगे हैं कि ब्राह्मण आर्य है। इनका डीएनए अलग है, इनको यहां से भगाओ।
मामला संज्ञान में आने के बाद सीओ तमकुहीराज जितेंद्र कालरा तथा एसडीएम तमकुहीराज विकास चंद ने गांव का दौरा कर स्थलीय निरीक्षण किया तथा साथ ही स्थानीय थाने को गांव में शांति व्यवस्था बनाए रखने हेतु निर्देशित भी किया। मामले के सम्बन्ध में एसडीएम तमकुहीराज विकास चंद ने कहा कि पोस्टर चिपकाने का मामला संज्ञान में आया है, इसके लिए जो भी जिम्मेदार होगा इसकी जांच कराकर उसके विरुद्ध उचित कार्यवाही की जाएगी।