जिला अस्पताल/मेडिकल कॉलेज कुशीनगर में दलालों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है, जिला अस्पताल से रेफर होने वाले मरीजों को अस्पताल के बाहर खड़े दलाल अपने झांसे में लेकर उन्हें प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराकर उनको लूटने तथा उनकी जान से खिलवाड़ करने से बाज नहीं आ रहे हैं।
द चेतक न्यूज
कुशीनगर : जिला अस्पताल संयुक्त मेडिकल कॉलेज से बिचौलियों द्वारा मरीजों को बहला फुसलाकर निजी अस्पतालों में ले जाकर उनकी जान के साथ खिलवाड़ करने का मामला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। इसी तरह के एक मामले में जिला मुख्यालय के नजदीक सोहरौना में स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में डॉक्टर द्वारा इलाज में लापरवाही बरतने से मरीज की मौत का मामला सामने आया है। मामले में परिजनों ने थाना स्थानीय पर तहरीर सौंपकर कार्यवाही की मांग की है। परिजनों के मुताबिक अस्पताल के बिचौलियों ने आयुष्मान योजना से अस्पताल में इलाज होने का झांसा देकर अपने निजी वाहन से मरीज को प्राइवेट अस्पताल ले जाकर भर्ती करा दिया तथा अस्पताल के कर्मचारियों द्वारा हजारों रुपए वसूल लिया और इलाज में लापरवाही की वजह से मरीज की मौत हो गई। मामले में तहरीर मिलने के बाद पुलिस जांचकर अग्रिम कार्यवाही में जुटी हुई है।
मिली जानकारी के मुताबिक पडरौना कोतवाली थानाक्षेत्र के जटहां रोड स्थित मदनसेन नगर निवासी रामकिशोर ने थाना रविंद्रनगर पुलिस को तहरीर सौंपकर एक प्राईवेट अस्पताल के बिचौलियों पर आयुष्मान योजना से भर्ती कराने का झांसा देकर तथा डॉक्टरों पर ईलाज में लापरवाही बरतने से अपनी पत्नी की मौत का गंभीर आरोप लगाया है।पीड़ित रामकिशोर के अनुसार बीते 29 जून की रात उनकी पत्नी गीता देवी को सांस लेने में दिक्कत शुरू हुई, जिसके बाद उनको जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया वहां डॉक्टरों ने उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर के लिए रेफर कर दिया, जब वह गोरखपुर जाने के लिए बाहर निकले तो वहां चार-पांच की संख्या में कुछ लड़के खड़े थे, इसमें से एक लड़के ने अपना नाम किशन कुशवाहा बताया तथा उनको अपना परिचित बताकर उसका इलाज आयुष्मान योजना के तहत कराने का झांसा देकर अपने निजी वाहन से लाकर रविंद्रनगर के पास सोहरौना में स्थित एम एस हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया तथा उसके बाद बार-बार पैसे की डिमांड की जाने लगी, यह कहने के बावजूद भी कि यहां आयुष्मान योजना से इलाज करने का वादा किया गया है इसके बावजूद मरीज के परिजनों से कुछ पैसे वसूल भी लिए गए लेकिन बीते 1 जुलाई को रात में मरीज की तबियत बिगड़ता देखकर उन्हीं बिचौलियों ने मरीज को अपने निजी वाहन से ले जाकर पुनः जिला अस्पताल पर छोड़ दिया, जहां मंगलवार को उसकी मौत हो गई। मरीज की मौत के बाद रामकिशोर ने बिचौलियों पर आयुष्मान योजना से इलाज का झांसा देने और अस्पताल के डॉक्टरों पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाकर कार्यवाही की मांग की है।
इस संबंध में थानाध्यक्ष रविंद्रनगर विनय कुमार मिश्र ने बताया कि मामले में तहरीर मिली है, परिजनों ने बिना पोस्टमार्टम के ही बॉडी जला दिया है, मामले की जांच की जा रही है, इसमें जो भी दोषी होगा उसके विरुद्ध कार्यवाही की जायेगी।