राकेश सिंह ने बदला BSA का मतलब : B – भ्रष्टाचारी S – सरकारी A – अधिकारी
अपने भ्रष्टाचार की बदौलत राकेश सिंह ने बनायी है अकूत अवैध सम्पत्ति
द चेतक न्यूज
वाराणसी : उत्तर प्रदेश में शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार किस कदर फैला हुआ है, इसका साफ अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि एक BSA के पद पर नौकरी करने वाला व्यक्ति राकेश सिंह ओस वक्त अरबों की अकूत संपत्ति का मालिक बना बैठा है, कमाई के मुकाबले यह अकूत सम्पत्ति इसके पास कहाँ से आयी यह बता पाने में कोई भी सक्षम नहीं है लेकिन इतनी सम्पत्ति देखने के बाद यह साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि बीएसए राकेश सिंह पूरी तरह से शिक्षा विभाग को भ्रष्टाचार का अड्डा बना रखा है। शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार कितना गहरा गया है, इसका नजारा अगर देखना हो तो कभी किसी बीएसए दफ़्तर के चक्कर लगा आयें, वहां काम के बदले दाम की डीलिंग करते मुलाजिमों को देखकर भ्रष्टाचार के कुएं में गिरने जैसा न लगे तो कहियेगा।
फिलहाल हम बात कर रहे हैं, सूबे के महाभ्रष्ट बेसिक शिक्षा अधिकारी राकेश कुमार सिंह की जो बलिया, वाराणसी में अपनी करतूतों के कारण चर्चा में रहा। राकेश सिंह के विरुद्ध जब धोखाधड़ी, भ्रष्टाचार के मामले में मुकदमा दर्ज हुआ तो इसे वाराणसी से हटाकर जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) जौनपुर में वरिष्ठ प्रवक्ता पद पर कर दिया गया लेकिन पैसों की बदौलत पद पाने वाला यह अधिकारी सेटिंग-गेटिंग से अभी अलीगढ़ में बीएसए के पद पर कुंडली मारकर बैठा हुआ है, इससे यह साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि सूबे में शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार की जड़ कितनी गहरी जमी हुई है।
लम्बी है राकेश कुमार के भ्रष्ट कारनामों की लिस्ट
बीएसए राकेश कुमार सिंह के कारनामों की फेहरिस्त काफी लंबी है, इसने सबसे बड़ा भ्रष्टाचार बलिया में अपनी तैनाती के दौरान किया था। सूत्रों के अनुसार इसके ऊपर यह गम्भीर आरोप है कि बलिया में तैनात रहने के दौरान राकेश सिंह ने बर्खास्त शिक्षक को फर्जी दस्तावेजों के सहारे न सिर्फ बहाल किया था बल्कि उसके निलंबन व बर्खास्तगी के दौरान का वेतन भी दिला दिया। राकेश कुमार सिंह ने आशुलिपिक व नियुक्ति अधिकारी अखिलेश कुमार यादव के साथ मिलकर बर्खास्त अध्यापक सुरेंद्र नाथ यादव को बहाल करा दिया, इतना ही नहीं बर्खास्त अध्यापक को प्रोन्नति दे कर प्रधानाध्यापक बनाने के साथ ही बर्खास्तगी की अवधि का भी वेतन दिलवा दिया था। इस मामले की शिकायत बलिया के तत्कालीन विधायक ने की थी, जिनकी शिकायत पर जांच शूरू हुई थी।
अकूत सम्पत्ति का मालिक है भ्रष्ट बीएसए राकेश सिंह
बीएसए राकेश कुमार सिंह अकूत सम्पत्ति का मालिक है, इसने कई बेनामी सम्पत्तियां भी बनाई हैं, अब उनकी संख्या कितनी है इसकी पड़ताल फिलहाल जारी है लेकिन हमारे सूत्रों की मानें तो राकेश कुमार सिंह की कुछ अचल संपत्तियों का विवरण इस प्रकार है :
- वाराणसी में रोडवेज के बगल में और रेलवे के सामने सरोवर होटल, नागेन्द्रा होटल के ठीक पीछे चंद्रभान सिंह एवं काली सिंह के नाम से खरीदा है, वहां एक व्यक्ति को भैंस पाल रखा है, जिससे राकेश सिंह की अनबन बताई जा रही है। यह सम्पत्ति लगभग वर्ष 2010 में लिए जाने की जानकारी प्राप्त हुई है, ताकि राकेश सिंह उस पर आलीशान होटल बनवा सके।
- शक्ति अपार्टमेंट शिवपुर वाराणसी में दो फ्लैट 306-311 3 बीएचके बताये जा रहे हैं।
- वाराणसी के खुशहाल नगर सेक्टर बी नटीनिया दाई में 6 बिस्वा जमीन है, जो वर्ष 2010 के पहले लगभग 15 लाख रुपए बिस्वा थी, वहीं चार मंजिला मकान भी बताया जाता है।
- गाजीपुर के नन्दगंज पेट्रोल पंप के बगल में जमीन पर मकान बनने की बात संज्ञान में आ रही है।
- वाराणसी आज़मगढ़ रोड पर रजनहियाँ वाराणसी में जमीन प्रियंका सिंह के नाम से।
- गौतम गार्डन शिवपुर में कई बिस्वा में बंगलानुमा मकान है, जिसमें सभी भौतिक सुख साधन और कई लग्जरी कारें हैं, जो राकेश सिंह ने अधिकांश अपने प्यादों के नाम से ले रखा है।