महिला डॉक्टर के साथ हुए जघन्यतम अपराध के विरोध में चिकित्सक संगठनों ने निकाला कैंडिल मार्च
द चेतक न्यूज
कुशीनगर : कोलकाता के आर जी कर मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टर के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म और उसकी हत्या के विरोध में कुशीनगर में चिकित्सा संगठनों से जुड़े लोगों ने कैंडिल मार्च निकालकर विरोध प्रदर्शन जताते हुए न्याय की आवाज उठायी।
मिली जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को कुशीनगर में संचालित होने वाले चिकित्सा संगठन NIMA, IMA, IDA, होम्योपैथिक चिकित्सक संघ, UPMSRA, पैरामेडिकल छात्रों व समाजसेवियों द्वारा जिले में कैंडिल मार्च निकालकर बीते दिनों कोलकाता में एक जूनियर महिला डॉक्टर के साथ हुई हैवानियत तथा उसकी हत्या का विरोध प्रदर्शन तथा एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन भी किया गया। इस कैंडिल मार्च के माध्यम से चिकित्सा वर्ग से जुड़े सभी संगठनों द्वारा महिला चिकित्सकों, मेडिकल स्टूडेंट्स, नर्सिंग स्टाफ, इमरजेंसी व रात्रिकालीन चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने वाले चिकित्सकों की समुचित सुरक्षा व्यवस्था की मांग की तथा साथ ही कोलकाता में डॉक्टर के साथ हुए जघन्यतम अपराध और उसके बाद वहां हुए दंगों में घायल चिकित्सकों के साथ न्याय की भी मांग सभी संगठनों द्वारा की गयी। साथ ही केंद्रीय नेतृत्व का आह्वाहन पर सभी चिकित्सकों ने काली पट्टी बांधकर सांकेतिक विरोध प्रदर्शन जताते हुए ओपीडी की सेवाएं जारी रखी। इस दौरान मुख्य रूप से डॉक्टर सन्दीप अरुण श्रीवास्तव, डॉक्टर अभिषेक शुक्ला, डॉक्टर देवशरण सिंह, डॉक्टर विनोद गुप्ता, डॉक्टर रवि रंजन श्रीवास्तव, डॉक्टर सुरभि श्रीवास्तव, डॉक्टर यशा मिश्रा, डॉक्टर रुचिका सिंह, डॉक्टर स्वाति गुप्ता, मृत्युंजय पाण्डेय सहित सैकड़ों की संख्या में डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ और एमआर मौजूद रहे।
क्या है कोलकाता हत्याकांड
बीते 8-9 अगस्त की रात में आरजी कर मेडिकल कॉलेज की एक जूनियर महिला डॉक्टर के साथ कुछ हैवानों ने सामूहिक दुष्कर्म किया तथा उसके बाद उसकी निर्ममतापूर्वक हत्या कर दी। सुबह उसका शव मेडिकल कॉलेज की चौथी मंजिल पर मिला था, जिसके बाद से कोलकाता में भयंकर बवाल मचा हुआ है। वह जूनियर महिला डॉक्टर 36 घण्टे की लगातार ड्यूटी करके रात को 12 बजे अपने दोस्तों के साथ डिनर करने के बाद अस्पताल में ही एक जगह आराम करने गयी थी। हालांकि अभीतक इस मामले में 19 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है, मामले का संज्ञान कोलकाता उच्च न्यायालय ने तथा राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी लिया है।