डीआईओएस का पत्र सामने आने के बाद अशोक विद्यापीठ इंटर कॉलेज में रिजर्व पेपर से परीक्षा कराने के मामले को अफवाह बताने वालों के जबान पर लगे ताले
द चेतक न्यूज
कुशीनगर : कल तक लखनऊ एडिशन के अखबारों में छपी खबर “कुशीनगर के अशोक विद्यापीठ इंटर कॉलेज में बोर्ड परीक्षा का रिजर्व पेपर हुआ लीक” खबर को झुठलाने और अफवाह बताने वाले शिक्षा विभाग के हुक्मरानों और बड़े मीडिया संस्थानों की जबान पर उस वक्त ताला लग गया, जब डीआईओएस द्वारा जारी को केंद्र व्यवस्थापकों के निलंबन का पत्र सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा। उस वक्त यह कहावत ”सत्य परेशान हो सकता है लेकिन पराजित नही। ” सच साबित हो गयी जब जिला विद्यालय निरीक्षक ने रिजर्व पेपर से परीक्षा कराने के मामले में अशोक विद्यापीठ इंटर कालेज के केन्द्र व्यवस्थापक व बाह्य केन्द्र व्यवस्थापक बनाये गये जितेन्द्र स्मारक इटर कालेज के सहायक अध्यापक को निलंबित कर दिया गया, दोनों केंद्र व्यवस्थापकों के निलंबन का अनुमोदन डीआईओएस ने 5 मार्च को ही कर दिया था।
बताते चलें कि जनपद के फाजिलनगर विकास खण्ड क्षेत्र के नकटहा मिश्र स्थित अशोक विद्यापीठ इंटर कालेज द्वारा 1 मार्च को रिजर्व पेपर से परीक्षा कराने के मामले में जिला विद्यालय निरीक्षक श्रवण कुमार गुप्त ने अशोक विद्यापीठ इंटर कालेज व जितेन्द्र स्मारक इंटर कालेज के प्रबन्धक को विभागीय पत्र जारी किया है, पत्रांक /परीक्षा 2025/ 9036-45 /2024-25 दिनाँक -5 मार्च-2025 के पत्र में डीआईओएस ने कहा है कि अपने पत्र दिनांक 3 मार्च-2025 का सन्दर्भ ग्रहण करने का कष्ट करें, जिसके माध्यम से अवगत कराया गया है कि माध्यमिक शिक्षा परिषद, प्रयागराज द्वारा संचालित बोर्ड परीक्षा 2025 में परीक्षा केन्द्र 1038 अशोक विद्यापीठ इण्टर कालेज, नकटहां मिश्र, कुशीनगर पर तैनात केन्द्र व्यवस्थापक कश्यप कुमार, प्रवक्ता / कार्यवाहक प्रधानाचार्य द्वारा हाईस्कूल गणित विषय की परीक्षा में मूल पेपर सेट न वितरित कर वैकल्पिक पेपर सेट (822-बीएके) परीक्षार्थियों को वितरण कर परीक्षा सम्पन्न कराने के कारण प्रबन्ध समिति की आयोजित बैठक दिनाक 2 मार्च-2025 के प्रस्ताव संख्या -दो के तहत कश्यक कुमार को तत्काल प्रभाव से निलम्बित किए जाने का प्रस्ताव पारित किया गया है तथा प्रकरण की तथ्यात्मक एवं अभिलेखीय जांच के लिए जांच समिति का गठन किया गया है। डीआईओएस ने अपने आदेश मे कहा है कि अशोक विद्यापीठ इण्टर कालेज के प्रबन्ध समिति द्वारा पारित प्रस्ताव क्रम में कश्यप कुमार के किए गये निलम्बन का अनुमोदन प्रदान किया जाता है, साथ ही निलम्बन अवधि के दौरान कश्यप कुमार को नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता देय होगा। इसी कडी मे जितेन्द्र स्मारक इंटर कॉलेज नरायनपुर कोठी के प्रबंधक को पत्रांक/परीक्षा – 2025- 9046 -55 के जारी आदेश में डीआईओएस ने कहा है कि अशोक विद्यापीठ इंटर कालेज मे बोर्ड परीक्षा को सकुशल संपन्न कराने के लिए बनाये गये बाह्य केन्द्र व्यवस्थापक दुर्गेश कुमार यादव सहायक अध्यापक जितेन्द्र स्मारक इंटर कालेज नरायनपुर कोठी के निलंबन का अनुमोदन किया है। डीआईओएस ने निलंबन के दरम्यान दुर्गेश कुमार यादव को जीवन निर्वाह भत्ता देय करने व आरोपी दोनो शिक्षको के खिलाफ विस्तृत जांच कराकर आख्या उपलब्ध कराने का आदेश दोनो प्रबन्धकों को दिया है।
क्या था पूरा मामला, आइए जानते हैं
विदित हो कि बीते 1 मार्च शनिवार को जिले के फाजिलनगर ब्लाक अन्तर्गत नकटहा मिश्र स्थित अशोक विद्यापीठ इंटर कालेज में उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित बोर्ड परीक्षा के रिजर्व में रखे गये अतिरिक्त प्रश्नपत्रो से परीक्षा कराये जाने के मामले को लखनऊ से प्रकाशित समाचार पत्रों ने उजागर किया था, जिसके बाद इस मामले को पचाने के लिए डीआईओएस और विद्यालय प्रशासन ने अफवाह का नया खेल शुरु कर दिया। सूत्र बताते है अशोक विद्यापीठ इंटर कालेज के कारगुजारियों की जानकारी जब डीआईओएस को हुई तो वह प्रयागराज जा रहे थे और बीच रास्ते से वापस कुशीनगर लौट आये, इसके बाद डीआईओएस रात मे ही विभागीय सहायक लिपिक व एक प्रधानाचार्य के साथ अशोक विद्यापीठ परीक्षा केन्द्र पहुंचे और सीधे स्ट्रांग रूम की जांच -पडताल की, जबकि रात में जिलाधिकारी व सचिव बोर्ड परीक्षा के निर्देश के बिना परीक्षा केन्द्र का स्ट्रांग रुम खुलवाने का अधिकार डीआईओएस को नही है। महत्वपूर्ण बात यह है कि रात मे स्ट्रांग रूम खुलवाने के लिए डीआईओएस ने डीएम और सचिव बोर्ड से अनुमति लेना भी मुनासिब नही समझा। हालाकि सूत्रो के दावे की मीडिया पुष्टि नहीं कर रहा है लेकिन जिला विद्यालय निरीक्षक शनिवार की रात्रि में अशोक विद्यापीठ परीक्षा केंद्र पर पहुंचकर स्ट्रांग रूम खुलवाये या नही इसकी सत्यता वहाँ लगे सीसीटीवी कैमरे से प्रमाणित की जा सकतीहै। इसके अलावा शनिवार की रात्रि दस बजे से तीन बजे तक के बीच डीआईओएस के मोबाइल लोकेशन की जांच करा दी जाये तो भी सच्चाई परत-दर-परत सामने आ जायेगी।
रिजर्व पेपर से परीक्षा कराने की खबर को झुठलाने के लिए, मामला अफवाह है का खेल खेला गया
बताते चलें कि लखनऊ से प्रकाशित समाचार पत्रों ने जब रिजर्व पेपर से परीक्षा कराये जाने (रिजर्व पेपर लीक)का खुलासा किया तो इस गंभीर मामले को जिले के शिक्षा विभाग के हुक्मरान, विद्यालय व जिम्मेदारो के खिलाफ कार्यवाही करने के बजाय अपने विभागीय कारिंदों और विद्यालय प्रशासन के साथ मिलकर अफवाह का रुप देने का खेल शुरु कर दिया है, दिलचस्प बात यह है कि इस खेल में कुछ बडे बैनर के मीडिया संस्थान भी सच्चाई के विपरीत लामबंद हो गये। नतीजतन वह डीआईओएस की तरफदारी करते हुए न सिर्फ डीआईओएस की भाषा बोलना शुरू कर दिये बल्कि कि इस जघन्य प्रकरण का पटाक्षेप करने के लिए रिजर्व पेपर से बोर्ड परीक्षा कराने का मामला वायरल शीर्षक से बकायदे खबर प्रकाशित कर चौक-चौराहों पर डीआईओएस का पक्ष रखने लगे। विडम्बना यह है कि यह मीडिया संस्थान प्रकाशित व वायरल खबरो का पड़ताल करना भी मुनासिब नही समझा।
सूत्रों का दावा लाखों में मैनेज किया गया था मामला
विश्वस्त सूत्रों का दावा है कि इस मामले को पचाने के लिए विभाग-ए-शहंशाह ने विद्यालय प्रशासन से लाखो रुपये की डिलिंग की थी, हालाकि सूत्रो के दावे को संवाददाता द्वारा पुष्टि नही किया जा रहा है लेकिन इसकी चर्चा विभागीय गलियारों मे भी है।
माध्यमिक शिक्षा परिषद प्रयागराज से जुडे विशेषज्ञों का कहना है कि बोर्ड परीक्षा को नकलविहीन व पारदर्शी तरीके से सकुल संपन्न कराने की गरज से आपातकालीन स्थिति के लिए रिजर्व में रखे गये पेपर से परीक्षा कराने व रिजर्व पेपर लीक किये जाने के मामले मे केन्द्र व्यवस्थापक, वाह्य केन्द्र व्यवस्थापक, स्टेटिक मजिस्ट्रेट के खिलाफ तत्काल विभागीय कार्यवाही व मुकदमा दर्ज कराने के साथ साथ जुर्माना व विद्यालय को डिबार करते हुए परीक्षा निरस्त करने और निरस्त परीक्षा का सम्पूर्ण खर्च संबधित परीक्षा केन्द्र से वसूलने का प्राविधान है। किन्तु सत्यता प्रमाणित होने के बावजूद जिला विद्यालय निरीक्षक श्रवण कुमार गुप्त ने अब इस दिशा मे कोई कार्यवाही नही की और मामले को झुठलाने में लग गए।
रिजर्व पेपर से परीक्षा कराने की प्रदेश में यह पहली घटना है
माध्यमिक शिक्षा परिषद प्रयागराज द्वारा संचालित बोर्ड परीक्षा 2025 में कुशीनगर जिले के फाजिलनगर ब्लाक क्षेत्र के अशोक विद्यापीठ इंटर कालेज नकटहा मिश्र में रिजर्व मे रखे गये पेपर से इम्तिहान कराने का प्रदेश में यह पहला मामला है। ऐसा विभाग से जुडे लोगो का दावा है, ऐसे मे इस मामले से जुडे लोगो व जिम्मेदारो के खिलाफ समुचित कार्यवाही न होना अपने आप में एक सवाल बना हुआ है।
विश्वस्त सूत्रों का कहना है कि अशोक विद्यापीठ इंटर कालेज मे 24 फरवरी से प्रारंभ हुए बोर्ड परीक्षा का इम्तिहान 1 मार्च तक रिजर्व पेपर से हुआ है। सूत्रो के दावे की सत्यता जानने के लिए जरूरी है कि संकलन केन्द्र (बुद्ध इंटरमीडिएट कुशीनगर) पर 24 फरवरी से 1 मार्च तक संपन्न हुए अशोक विद्यापीठ इंटर कालेज का जमा किये गये बंण्डलो की जांच करा दी जाये तो दूध का दूध पानी का पानी स्पष्ट हो जायेगा।