द चेतक न्यूज
कुशीनगर : जिले के विशुनपुरा थानाक्षेत्र में महिला द्वारा छेड़खानी और मारपीट सम्बन्धी दिए गए तहरीर में आरोपी फार्मासिस्ट अशोक यादव का विशुनपुरा थाने में वीआईपी ट्रीटमेंट का फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद चर्चा का विषय बन गया। फ़ोटो वायरल होने के बाद सवाल उठने लगा कि आखिर एसओ विशुनपुरा का आरोपी अशोक यादव से ऐसा क्या सम्बन्ध है कि उन्होंने उस आरोपी को थाने में शेविंग कराने के लिए नाई उपलब्ध कराया, इतना ही नहीं जब आरोपी अशोक यादव चालान हुआ और जमानत के लिए तमकुहीराज तहसील में पँहुचा तो वहां भी उसका एटीट्यूड कम नहीं हुआ बल्कि वहां वह कुर्सी पर बैठक किसी वीआईपी की तरह मोबाइल देखता दिखा, महिला से छेड़खानी मारपीट के आरोपी का यह एटीट्यूड देखने के बाद एसडीएम तमकुहीराज ने उसे जमानत देने के बजाय जेल भेज दिया।
बताते चलें कि मंगलवार को विशुनपुरा थानाक्षेत्र की एक महिला ने थाने में गौरीश्रीराम पीएचसी पर तैनात एएनएम शैल कुशवाहा के पति, शैल कुशवाहा तथा एक फार्मासिस्ट अशोक यादव पर छेड़खानी, मारपीट और धमकाने का आरोप लगाते हुए तहरीर सौंपी थी। तहरीर मिलने के बाद विशुनपुरा थाने की पुलिस ने अशोक यादव, शैल कुशवाहा और उसके पति उमेश कुशवाहा को हिरासत में ले लिया लेकिन अगले दिन बुद्धवार को सोशल मीडिया पर आरोपी अशोक यादव की एक फोटो वायरल होने लगी, जिसमें वह थाने के अंदर वीआईपी ट्रीटमेंट लेते हुए कुर्सी पर बैठकर दाढ़ी बनवाते हुए देखा जा सकता है। फ़ोटो वायरल होने के बाद एसओ विशुनपुरा पर यह सवाल खड़े होने लगे कि आखिर आरोपी अशोक यादव और एसओ विशुनपुरा रामसहाय चौहान के बीच ऐसा कौन सा सम्बन्ध है कि या रामसहाय चौहान के सामने ऐसी कौन सी मजबूरी थी कि एक आरोपी की डिमांड पर उसे दाढ़ी बनवाने के लिए अधिकारियों की तरह थाने में ही नाई उपलब्ध करवाया गया और बाकायदा उस आरोपी ने बाहर कुर्सी पर बैठकर दाढ़ी भी बनवाया। हालांकि फ़ोटो वायरल होने के बाद एडिशनल एसपी ने कहा कि मामला गम्भीर है, इस सम्बन्ध में सीओ तमकुहीराज को जांच सौंपी गयी है, जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद सम्बन्धित के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी। अब देखते हैं कि सीओ तमकुहीराज अपनी जांच में क्या रिपोर्ट लगाते हैं और छेड़खानी तथा धमकाने के एक आरोपी को एसओ विशुनपुरा द्वारा वीआईपी ट्रीटमेंट दिए जाने पर उनके विरुद्ध पुलिस विभाग के जिले के मुखिया तेज तर्रार एसपी सन्तोष मिश्रा द्वारा क्या कार्यवाही की जाती है। दूसरी तरफ जब पुलिस ने अशोक यादव को चालान किया और उसे तमकुहीराज तहसील में जमानत हेतु ले जाया गया तो वहां भी उसका एटीट्यूड कम नहीं हुआ, वहां वह एसडीएम के सामने ही कुर्सी पर बैठ गया और मोबाइल चलाने लगा, छेड़खानी और धमकाने के आरोपी का इस कदर एटीट्यूड देखकर एसडीएम तमकुहीराज का पारा चढ़ गया और उन्होंने अशोक यादव को जमानत देने के बजाय जेल भेज दिया। फार्मासिस्ट अशोक यादव द्वारा तहसील में कुर्सी पर बैठकर मोबाइल चलाने का फोटो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
NRHM और सेनेटाइजर घोटाले का भी आरोपी है अशोक यादव
चर्चित NRHM घोटाले में भी अशोक यादव का नाम शामिल रहा था तथा इस मामले में सीबीआई ने उसे जेल भी भेजा था लेकिन समाजवादी पार्टी के एक चर्चित नेता और पूर्व जिलाध्यक्ष का रिश्तेदार होने के नाते उस वक्त सपा की सरकार में जेल जाने के बावजूद भी विभाग इसकव निलम्बित नहीं कर पाया था। कोरोना काल में हुए सेनेटाइजर घोटाले का मुख्य आरोपी अशोक यादव रहा था, सेनेटाइजर में पानी मिलाकर हॉस्पिटल में देने तथा मरीजों की जान से खेलने के आरोप में पूर्व सीएमओ ने इसके विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत कराया था, जिस मामले में भी अशोक यादव जेल गया था लेकिन उस वक्त भी इसके रसूख की वजह से विभाग उसे निलम्बित नहीं कर पाया।
आरोपी एएनएम के विरुद्ध अभीतक नहीं हुई विभागीय कार्यवाही
प्रसूता की बहन के साथ छेड़खानी और मारपीट में आरोपी बनायी गयी एएनएम शैल कुशवाहा के विरुद्ध अभितक कोई भी विभागीय कार्यवाही नहीं की गयी है, ऐसा माना जा रहा है कि अशोक यादव के रसूख के दम पर ही शैल कुशवाहा भी अभीतक विभागीय कार्यवाही से बची हुई है।