आज हेल्थ टिप्स में हम ब्लैक फंगस के बारे में बात करेंगे
स्वास्थ्य : म्यूकोर्माइकोसिस,जिसे ब्लैक फंगस के नाम से जाना जाता है इसको लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से ब्लैक फंगस के बारे में अहम जानकारी साझा की है ब्लैक फंगस शुरुआती तौर पर पता लगाने, और उसके उपचार के बारे में सलाह भी है। आपको बता दे ब्लैक फंगस के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार चिंतित है, डॉ० हर्षवर्धन ने अपने ट्विटर पर लोगों को ब्लैक फंगस के लक्षणों और संक्रमण के बाद आवश्यक कदम उठाए जाने के बारे में जानकारी दी है।
14 मई शुक्रवार को अपने एक ट्वीट के जरिये डॉ हर्ष वर्धन ने बताया है कि “म्यूकोर्माइकोसिस या ब्लैक फंगस के मामलों को कोविड-19 के मरीजों में हाल में देखा गया है। जागरूकता एवं समय रहते इसका निदान इस फंगल संक्रमण से बचाव में मदद कर सकता है। ब्लैक फंगस एक दुर्लभ, मगर गंभीर स्थिति होती है, जिसे कोरोना वायरस से ग्रस्त मरीजों में देखा जा रहा है।” लोगों को जागरूक करने के लिए उन्होंने ट्विटर पर चार स्लाइड्स भी साझा की हैं, जो ब्लैक फंगस के बारे में जानकारी देती हैं।
कोविड-19 से ठीक हो रहे, या फिर इससे ठीक हो चुके लोगों में म्यूकोर्माइकोसिस का संक्रमण होने के बाद यह चर्चा का विषय बना हुआ है। इस संबंध में पूछे जाने वाले कुछ प्रमुख सवालों के जवाब डॉ हर्ष वर्धन के ट्वीट में दिए गए हैं, जो इस प्रकार हैः
• आइए जानते है क्या म्यूकोर्माइकोसिस?
म्यूकोर्माइकोसिस कोई नई बीमारी नहीं असल मे यह एक फंगल संक्रमण है, जो मुख्य रूप से उन लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है, जो पहले से डायबिटीज जैसी किसी अन्य बीमारी से ग्रस्त हैं। यह संक्रमण वातावरण में मौजूद रोगजनकों के खिलाफ लड़ने की शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को कम कर देता है। वातावरण में मौजूद फंगल बीजाणुओं के संपर्क में आने से लोग म्यूकोर्माइकोसिस का शिकार बनते हैं। इसके साथ ही यह किसी घाव के जरिये भी शरीर में प्रवेश कर सकता है, और संक्रमण का कारण बन सकता है।
• किन मरीजो को करता है प्रभावित..?
ब्लैक फंगस उन लोगो को ज्यादा प्रभावित करता जो पहले से ही किसी गंभीर रोग,अनियंत्रित डायबिटीज, स्टेरॉयड्स से प्रतिरक्षा दमन, वैरिकोनाजोल थेरैपी के साथ ही लंबे समय तक आईसीयू में रहने वाले लोगों में फंगल संक्रमण की आशंका अधिक होती है।
• म्यूकोर्माइकोसिस के क्या है लक्षण?
अगर आपको आंखों के आसपास दर्द एवं लाल रंग, बुखार, सिरदर्द, खांसी, तेज सांस चलना, खूनी उल्टी, परिवर्तित मानसिक स्थिति आदि संक्रमण के लक्षण हो सकते हैं।
• लक्षण दिखे तो क्या करें, और क्या न करें ?
डॉ हर्ष वर्धन ने अपने ट्वीट में सलाह देते हुए कहा है कि अवरुद्ध नाक के सभी मामलों को बैक्टीरियल साइनसाइटिस के मामलों से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए, खासतौर पर इम्यूनोसप्रेशन और / या इम्यूनोमॉड्यूलेटर्स ले रहे कोविड-19 रोगियों के मामले में।