
डॉक्टर विकास गुप्ता, 1 महीने में बचा चुके हैं 500 लोगों की जान
आदित्य कुमार दीक्षित
द चेतक न्यूज
पडरौना, कुशीनगर : कोरोना महामारी में एक तरफ जहां लोग अपनी जान की परवाह करते हुए खुद को आइसोलेट कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ पडरौना नगर के एक युवा डॉक्टर ने कोरोनावायरस तथा अन्य बीमारियों के कारण फेफड़ों के संक्रमण से जूझ रहे 90 प्रतिशत लोगों को जीवनदान दिया है। जी हां! हम बात कर रहे हैं पडरौना नगर के युवा डॉक्टर विकास गुप्ता की, विकास गुप्ता फेफड़ों के संक्रमण से जूझ रहे सैकड़ों लोगों की जान अब तक बचा चुके हैं, विकास गुप्ता लोगों को व्हाट्सएप के जरिए भी दवा बताते हैं। जिला अस्पताल में चेस्ट फिजीशियन की कमी है लेकिन उस कमी को नगर के डॉ विकास पूरा कर रहे हैं। डॉक्टर विकास पडरौना नगर निवासी राजेंद्र जायसवाल के पुत्र हैं, डॉक्टर विकास नगर के भूतनाथ कॉलोनी में अपना एक अस्पताल भी संचालित करते हैं।

बताते चलें कि डॉक्टर विकास ने बीते एक महीने में अब तक करीब 500 फेफड़ों से संक्रमित मरीजों का इलाज किया है, इसमें से 200 मरीज कोरोना संक्रमित थे। डॉक्टर विकास की उपस्थिति जिले के लोगों के लिए बहुत ही लाभदायक साबित हो रही है। वह 90% तक फेफड़ों से संक्रमित हो चुके मरीजों को स्वस्थ कर चुके हैं।
विदित हो कि जिला अस्पताल के चेस्ट फिजीशियन कोरोना की चपेट में आ गए थे, जिसके बाद डॉक्टर विकास ने जिला अस्पताल में भर्ती फेफड़ों से संक्रमित मरीजों का नि:शुल्क इलाज करना शुरू किया।
डॉ विकास बताते हैं पिछले 1 महीने में उन्होंने लगभग 500 ऐसे मरीजों को स्वस्थ किया है जो पूरी तरह फेफड़ों से संक्रमित हैं थे, उनमें से 200 लोग कोरोना संक्रमित हो चुके थे जो अब पूरी तरह से स्वस्थ हो चुके हैं। अभी भी डॉक्टर विकास की सलाह पर जिला अस्पताल में भर्ती 2 दर्जन से अधिक फेफड़ा संक्रमित मरीजों का इलाज चल रहा है।
सीटी स्कैन में सिटी स्कोर देख कर पता लगाया जाता है कि व्यक्ति के फेफड़े में कितना संक्रमण है। डॉ विकास ने बताया कि नाक के रास्ते से होकर कोरोना वायरस फेफड़ों में पहुंचता है तो सांस लेने में तकलीफ होने लगती है तथा ऑक्सीजन लेवल कम हो जाता है। तब सीटी स्कैन कराने पर उसमें दर्शाए गए सिटी स्कोर के माध्यम से पता चलता है कि व्यक्ति के फेफड़े में संक्रमण कितना फैला है। उन्होंने बताया की सिटी स्कोर के पांच होने पर फेफड़ा 20% संक्रमित होता है, दस होने पर 40% तथा 15 होने पर फेफड़े में संक्रमण 60%, 20 होने पर 80% तथा 25 सिटी स्कोर होने पर 100% फेफड़ा संक्रमित होता है। डॉ विकास ने बताया कि सिटी स्कोर 20 होने पर ऑक्सीजन लेवल 60 से कम हो जाता है और ऐसी कंडीशन में मरीज को बचाना नामुमकिन होता है।
1 Comment
CT अगर आपका कम होगा तो संक्रमण का खतरा ज्यादा
क्योंकि 35 चक्कर घूमने पर भी आपका लक्षण नहीं दिख रहें तो आप संक्रमण नहीं है आप की रिपोर्ट नेगेटिव कही जायेगी। कहने का तात्पर्य ये है कि 2-4 चक्कर में ही अगर आपका लक्षण दिखाई दे देता है आप कुछ ज्यादा ही संक्रमित है ..