सर सुंदरलाल चिकित्सालय बीएचयू में कार्डियोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ ओमशंकर ने अस्पताल में व्याप्त भ्रष्टाचार के विरुद्ध 11 मई से आमरण अनशन शुरू कर दिया है, उनका कहना है कि यहां के चिकित्साधीक्षक ने गरीब मरीजों को मिलने वाले बेड पर डिजिटल लॉक लगा रखा है।
द चेतक न्यूज
वाराणसी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में सर सुंदर लाल चिकित्सालय बनारस (BHU) में व्याप्त भ्रष्टाचार के विरुद्ध कार्डियोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. डॉ ओमशंकर ने 11 मई से आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उनका सीधा आरोप है कि बीएचयू आईएमएस में तैनात चिकित्सा अधीक्षक ने गरीब मरीजों को मिलने वाले बेड पर डिजिटल लॉक लगा रखा है ,जिससे लगभग हजारों मरीजों को बेड के अभाव में भर्ती नही किया जा पा रहा है जिसका खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ता है, इसके लिए हृदय रोग विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो.ओमशंकर ने डिजिटल लॉक खुलवाने के लिए कुलपति से लगायत पीएमओ तक पत्र लिखा लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। जिसके बाद डॉ ओमशंकर सीएमएस द्वारा लगाए गए डिजिटल लॉक को खुलवाने के लिए कैम्पस के अंदर ही आमरण अनशन पर बैठ गए। आमरण अनशन के दौरान प्रो.ओमशंकर ने बताया कि पूर्वांचल का एकमात्र बीएचयू अस्पताल है जिससे बनारस सहित आसपास के कई जिलों के लोगों को इलाज की सहूलियत मिल सकती है लेकिन विगत कई वर्षों से यह परिसर भ्रष्टाचार की गिरफ्त में है। यहाँ तैनात मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने हृदय रोगियों को मिलने वाले बेड पर डिजिटल लॉक लगा दिया है, जिसके कारण लगभग 35 हजार मरीजों को इलाज के अभाव में वापस किया गया, जिसमें कई मरीजों की मृत्यु हो गई, लेकिन बीएचयू चिकित्सा अधीक्षक इन समस्याओं से दूर बीएचयू में भ्रष्टाचार में संलिप्त हैं। जिसे बार -बार शिकायत के बाद कुलपति द्वारा भी संरक्षण दिया जा रहा है। उनके आमरण अनशन में एमएलसी आशुतोष सिन्हा और कांग्रेस नेता संजीव सिंह भी पहुँचे थे।
गौरतलब है की डॉक्टर ओमशंकर मरीजों के हित में पहले से ही आंदोलन करते आ रहे हैं।