अशोक विद्यापीठ इंटर कॉलेज में केंद्राध्यक्ष ने शनिवार को रिजर्व पेपर से करायी हाईस्कूल व इंटर की परीक्षा
द चेतक न्यूज
कुशीनगर : जनपद के फाजिलनगर विकास खण्ड क्षेत्र के नकटहा मिश्र स्थित अशोक विद्यापीठ इंटर कालेज में शनिवार को यूपी वोर्ड की परीक्षा का रिजर्व पेपर लीक होने का बड़ा मामला सामने आया है। उक्त इंटर कॉलेज में केन्द्राध्यक्ष की बड़ी लापरवाही से उत्तर प्रदेश बोर्ड के अतिरिक्त (रिजर्व) प्रश्नपत्रो से दोनों पालियों की परीक्षा कराये जाने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। जबकि रिजर्व पेपर को उस वक्त के लिए बोर्ड द्वारा रखा जाता है जब पेपर किसी कारणवश लीक हो जाता है तब बोर्ड के सचिव से अनुमति लेने के बाद चौथी आलमारी में रखे गये रिजर्व पेपर से परीक्षा कराया जा सके। ऐसे में एक बड़ा सवाल यह उठता है कि जब सामान्य प्रश्नपत्र लीक नही हुआ तो फिर किसके आदेश पर दोनो पालियों की परीक्षा रिजर्व मे रखे गये पश्नपत्रो से करायी गयी है ? बोर्ड परीक्षा नियमावली के अनुसार यह कृत्य जघन्य अपराध की श्रेणी में आता है और इसके लिए एक करोड़ का जुर्माना लगाने के साथ ही केंद्र व्यवस्थापक, परीक्षा इंचार्ज, विद्यालय के प्रबंधक व डीआईओएस को जिम्मेदार ठहराते हुए बोर्ड द्वारा कड़ी कार्यवाही की जाती है। चर्चा है कि मामला उजागर होने के बाद जिला विद्यालय निरीक्षक के निर्देश पर प्रबन्धक ने केन्द्र व्यवस्थापक को निलंबित कर दिया है।
जानकारी के मुताबिक जिले में बीते 24 फरवरी से माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा संचालित हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षा शुरू हुई है, निष्पक्ष व नकलविहीन परीक्षा कराने और परीक्षा की शुचिता को बरकरार रखने के लिए जनपद में कुल 152 परीक्षा केन्द्र बनाये गये हैं तथा प्रत्येक केंद्रों की निगरानी सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से डीआईओएस कार्यालय में बनाये गए कंट्रोल रूम से ऑनलाइन की जा रही है। शनिवार एक मार्च को प्रथम पाली में हाईस्कूल गणित व
दुसरी पाली मे इण्टरमीडिएट के नागरिक शास्त्र विषय की परीक्षा थी। बताया जाता है कि जनपद के फाजिलनगर ब्लॉक में संचालित अशोक विद्यापीठ इंटर कालेज नकटहा मिश्र केन्द्र पर प्रथम पाली में हाईस्कूल व द्वितीय पाली इंटरमीडिएट की निर्धारित गणित व नागरिक शास्त्र विषय के सामान्य प्रश्नपत्रों से परीक्षा कराने के बजाय चौथे आलमारी मे रखे गये रिजर्व (अतिरिक्त) प्रश्नपत्र परीक्षार्थियों में वितरित कर परीक्षा करा दिया गया, जबकि परीक्षा केन्द्रों के चौथे आलमारी में रखे गये अतिरिक्त प्रश्नपत्रो का उपयोग उस दशा में किया जाता है जब निर्धारित सामान्य पेपर लीक हो गया हो। जानकार बताते है कि सामान्य निर्धारित पेपर किसी कारणवश आउट होने पर बोर्ड परीक्षा के सचिव से अनुमति लेने के बाद चौथी आलमारी में सुरक्षित रखे गये रिजर्व (अतिरिक्त) प्रश्नपत्रो से परीक्षा कराने का नियम है, किन्तु अशोक विद्यापीठ इंटर कालेज में केन्द्राध्यक्ष व प्रधानाचार्य द्वारा निर्धारित प्रश्नपत्रो के लीक हुए बिना प्रथम पाली में हाईस्कूल गणित व दुसरी पाली मे इण्टरमीडिएट नागरिक शास्त्र की परीक्षा रिजर्व प्रश्नपत्रो से कराया गया है जो कि माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की नियमावली में जघन्य अपराध के श्रेणी आता है, इसके लिए लिए केन्द्र व्यवस्थापक /प्रधानाचार्य, प्रबंधक व डीआईओएस को जिम्मेदार ठहराने का नियम है। यहां बताना जरूरी है कि प्रत्येक केंद्रों में चार-चार अलमारियां रखी गयी हैं, पहली अलमारी में पहली पाली हाईस्कूल का और दूसरी अलमारी में इंटरमीडिएट दूसरी पाली के प्रश्नपत्रों को रखा गया है जबकि तीसरी अलमारी खाली रहती, जिसमें परीक्षा के बाद बचे हुए प्रश्नपत्रों व बाइंडिंग स्लिप और चौथी अलमारी में अतिरिक्त प्रश्न पत्र रखने का गाइडलाइन बोर्ड की ओर से निर्धारित किया गया हैं, यह अलमारियां तीन लेयर की सुरक्षा घेरे में है पहले लेयर में अलमारी को दो तालों से लॉक किया जाएगा, दूसरे लेयर की निगरानी के लिए 24 घंटे तैनात पुलिसकर्मी करेगें व तीसरे लेयर में सीसीटीवी से अलमारियों की निगरानी की जानी है।
मामले की जानकारी होने पर रात में परीक्षा केंद्र पर पँहुचे थे डीआईओएस
सूत्र बताते है कि जिला विद्यालय निरीक्षक श्रवण कुमार गुप्ता जिलाधिकारी से अनुमति लेकर रात में प्रयागराज जा रहे थे तभी अशोक विद्यापीठ इंटर कालेज नकटहा मिश्र मे रिजर्व में रखे गये प्रश्नपत्रो से परीक्षा कराने का सनसनीखेज मामला उनके संज्ञान में आया। इसके बाद डीआईओएस आधे रास्ते से वापस कुशीनगर लौट आये और रात मे ही विभागीय कर्मचारियों के साथ सीधे अशोक विद्यापीठ इंटर कालेज नकटहा मिश्र पँहुचे। सूत्रों के अनुसार जिला विद्यालय निरीक्षक ने रात में ही स्ट्रांग रुम खुलवाकर सभी आलमारियो को चेक किया।
जबकि जानकारों का कहना है कि रात में जिलाधिकारी की अनुमति के बगैरह किसी भी सूरत में किसी भी व्यक्ति द्वारा स्ट्रांग रूम को नहीं खोला जा सकता है। अब जिला विद्यालय निरीक्षक ने रात में परीक्षा केंद्र पर पंहुचकर स्ट्रांग रूम खुलवाया था या नहीं इसकी सत्यता की पुष्टि तो वहां लगे सीसीटीवी कैमरा खँगालने के बाद ही स्पष्ट होगी।
बोले जिला विद्यालय निरीक्षक
जिला विद्यालय निरीक्षक श्रवण कुमार गुप्ता का इस मामले में कहना है कि मामले की जांज करायी जा रही है चौथी आलमारी खुली होगी और मामले सत्यता पायी जाती है तो दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जायेगी। इधर विभागीय सूत्रो ने बताया कि डीआईओएस के निर्देश पर विद्यालय के प्रधानाचार्य/ केन्द्राध्यक्ष को प्रबंधक ने निलंबित कर दिया है और डीआईओएस ने वहां दुसरे केन्द्र व्यवस्थापक को तैनात कर दिया है।