
द चेतक न्यूज
पटना, बिहार : बिहार प्रान्त में अवैध रूप से हो रहे बालू खनन के मामले में बिहार की नीतीश सरकार ने एक और बड़ी कार्यवाही की है, नीतीश सरकार ने अवैध बालू खनन मामले में 18 और अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है।
मिली जानकारी के मुताबिक बिहार में हो रहे अवैध बालू खनन को लेकर सख्ती दिखा रही सरकार के हाथ अपने कई बड़े अधिकारियों की काली कमाई का सबूत लग गया है, बालू के अवैध खनन मामले में सरकार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 18 और पुलिस अफसरों को सस्पेंड कर दिया है तथा इन सभी पर विभागीय कार्यवाही भी शुरू कर दी गई है, सरकार द्वारा की गयी इस बड़ी कार्यवाही के बाद बिहार पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है।
पूर्व में 2 एसपी तथा 4 डीएसपी हुए थे सस्पेंड अब 18 अफसरों पर हुई कार्यवाही
विदित हो कि अवैध रूप से हो रहे बालू खनन के मामले में बिहार शासन ने पहले ही दो एसपी और चार डीएसपी को निलम्बित कर दिया था तथा इसके बाद शासन के इस दूसरी बड़ी कार्यवाही के बाद बिहार के पूरे पुलिस विभाग में भय का माहौल व्याप्त हो गया है। बिहार सरकार ने अब दर्जन भर से अधिक पुलिस अफसरों के ऊपर कार्यवाही की है, नीतीश सरकार ने बड़ा एक्शन लेते हुए अवैध बालू खनन के मामले में 18 और पुलिस पदाधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है, निलंबन की इस सूची में चार इंस्पेक्टर और 14 दारोगा का नाम शामिल है, निलम्बित होने वालों में 10 तत्कालीन थानाध्यक्ष भी शामिल हैं।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक बिहार सरकार के पुलिस मुख्यालय ने जिन इंस्पेक्टर और दारोगा को सस्पेंड किया है, वे पहले पटना, भोजपुर, सारण, औरंगाबाद और रोहतास जिलों के थानों में तैनात थे तथा आर्थिक अपराध इकाई की जांच में बालू के अवैध खनन में उनसभी की संदिग्ध भूमिका मिलने पर बीते 10 जुलाई को उनका जोन से बाहर तबादला किया गया तथा इन सभी को कोसी, मिथिला, चंपारण, बेगूसराय, पूर्णिया आदि रेंज के थानों में भेज दिया गया और पुलिस मुख्यालय द्वारा सस्पेंड किया जाने वाले चार निरीक्षकों में अरविंद कुमार गौतम, दयानंद सिंह, सुनील कुमार और अवधेश कुमार झा का नाम शामिल है। पुलिस मुख्यालय द्वारा सस्पेंड किये गए 14 दरोगाओं में संजय प्रसाद, रहमतुल्लाह, बिजेंद्र प्रताप सिंह, कृपाशंकर साह, कुंवर प्रसाद गुप्ता, दीप नारायण सिंह, आनंद कुमार सिंह, सतीश कुमार सिंह, पंकज कुमार, राजेश कुमार चौधरी, दिनेश कुमार दास, राज कुमार, अशोक कुमार और राम कुमार राम का नाम शामिल है.
मिली जानकारी के अनुसार पटना पुलिस मुख्यालय की ओर से जिन पुलिस अधिकारियों पर कार्यवाही की गई है, इनमें से 10 तत्कालीन थानाध्यक्ष हैं तथा निलम्बित होने वाले थानेदारों में पटना जिले के बिहटा, पालीगंज और रानीगंज के थानेदार भी शामिल हैं, इसके अलावा भोजपुर के चार, औरंगाबाद के दो और सारण के एक तत्कालीन थानाध्यक्ष को भी अवैध बालू खनन के मामले में निलंबित कर दिया गया है।
बताते चलें कि बिहार सरकार ने अवैध बालू खनन मामले में बीते दिन एक बड़ी कार्यवाही की थी तथा उसमें आरा के तत्कालीन एसपी राकेश कुमार दूबे औऱ औरंगाबाद के तत्कालीन एसपी सुधीर कुमार पोरीका को निलंबित कर दिया गया था, इस कार्यवाही में चार डीएसपी भी निलंबित हुए थे। सरकार द्वारा निलम्बित किये जाने वाले डीएसपी में पालीगंज के तत्कालीन डीएसपी तनवीर अहमद, आरा के तत्कालीन डीएसपी पंकज कुमार रावत, औरंगाबाद सदर के तत्कालीन एसडीपीओ अनूप कुमार औऱ डिहरी के तत्कालीन एसडीपीओ संजय कुमार शामिल थे। इस तरह सरकार ने कुल 18 अधिकारियों को निलंबित किया है।
ज्ञात हो कि बिहार सरकार ने अवैध बालू खनन के मामले में शिकायत मिलने के बाद प्राथमिकी जांच में दोषी पाए गए इन सभी अधिकारियों को इसी महीने 14 तारीख को पद से हटाकर उन्हें वापस पुलिस मुख्यालय बुला लिया था। बता दें कि ईओयू की प्रारंभिक जांच में इन तमाम अधिकारियों को अवैध बालू खनन के मामले का दोषी पाया गया था ।