सीएमएस समेत छह के खिलाफ कार्रवाई के लिए DM ने शासन को लिखा पत्र कुशीनगर में कोरोना संक्रमितों के सैंपल नष्ट करने व गलत सूचना देने का मामला ,मामले में कार्रवाई तय
कुशीनगर : जिले में एक साथ मिले 20 कोरोना संक्रमितों की जांच को लिए गए सैंपल नष्ट करने व उच्चाधिकारियों को गलत सूचना देन के मामले में बुधवार को एक और बड़ी कार्रवाई हुई। डीएम ने शासन को पत्र लिखकर सीएमएस समेत सभी छह आरोपितों पर विभागीय कार्रवाई की बात कही है। इस प्रकरण में मंगलवार को सीएमओ डा. सुरेश पटारिया की तहरीर पर पडरौना कोतवाली पुलिस ने सीएमएस डा.एसके वर्मा, लैब के नोडल अफसर डा.वाईके सिलोहिया, वरिष्ठ तकनीशियन ऐनुलहक, एनएमएस सुनील गौतम, डाटा इंट्री आपरेटर धनंजय व स्वीपर बृजेश के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। डीएम एस राजलिगम ने इस मामले को अतिगंभीर मानते हुए इन सभी छह आरोपितों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के लिए शासन को पत्र लिखा है। उन्होंने बताया कि यह अक्षम्य कृत्य है, इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। शासन को पत्र लिखा गया है और कार्रवाई भी होगी।
स्थलीय सत्यापन कर टीम ने जुटाए साक्ष्य
जिला संयुक्त चिकित्सालय में स्थित आरटीपीसीआर (रिवर्स ट्रांसक्रिप्शन पोलीमरेज चेन रिएक्शन) लैब द्वारा साथ 20 संक्रमितों के मिलने का मामले की जांच दूसरे दिन बुधवार को भी हुई। स्वास्थ्य निदेशालय की दो सदस्यीय विशेषज्ञों की टीम डा. अनुज तिवारी व डा.मुकेश सुबह ही रामकोला व हाटा के संक्रमित पाए गए गांवों का भ्रमण कर ग्रामीणों से उनके बारे में जानकारी ली तो कोविड प्रोटोकाल के अनुपालन कराने की बात कही। टीम किन-किन गांवों में गई, इसका विवरण नहीं मिल सका। एक दिन पहले लैब के कर्मचारियों का बयान दर्ज किया गया था। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने कहा कि 17 को छोड़ तीन सही पाए गए लोगों की जांच रिपोर्ट मेडिकल कालेज से मिल गई है, जो निगेटिव है। सीएमओ डा. सुरेश पटारिया ने बताया कि बिना बताए गांवों में टीम जांच करने गई है। देर शाम वार्ता होने के बाद ही मामले में कुछ बता पाऊंगा।
चौथे दिन भी कोई नहीं मिला संक्रमित
जिले में पिछले चार दिनों से संक्रमितों की संख्या शून्य है। बुधवार को मिली 1362 की जांच रिपोर्ट में सभी निगेटिव हैं। एक व्यक्ति के स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज कर दिया गया। पोर्टल पर एक्टिव केस की संख्या 22 बताई जा रही है। विभागीय आंकड़ों के अनुसार अब तक कुल 15610 संक्रमितों में से 15362 लोग स्वस्थ हो चुके हैं।