सच्चाई सामने आने पर कुशीनगर से गैर जनपद हो गया ट्रांसफर लेकिन अब तक नहीं हुई एफआईआर
आदित्य कुमार दीक्षित
द चेतक न्यूज
कुशीनगर : कुशीनगर में एक महिला द्वारा मृतक आश्रित नौकरी पाने के लिए फर्जीवाड़ा करने का मामला सामने आया है, महिला कर्मचारी के सर्विस बुक में उसकी उम्र और उसके बच्चे की उम्र में कुछ ही वर्षों का अंतर पाया गया। जिलाधिकारी को शिकायत मिलने के बाद डीएम ने इसकी जांच एसडीएम पडरौना को सौंपी, जिसके बाद जांच करके एसडीएम ने मामले की जांच जिलाधिकारी को सौंप दी।
महिला कर्मचारी द्वारा किये गए फर्जीवाड़े के मामले में कार्यवाही के लिए सीएमओ कुशीनगर ने शासन को जांच रिपोर्ट के साथ पत्र भेजा, लेकिन महिला कर्मचारी के ऊपर कार्यवाही करने बजाय उसका सिर्फ यहां से गैर जनपद संतकबीरनगर स्थानांतरण कर दिया गया। एसडीएम की जांच में दोषी पाए जाने के बाद भी मामले में अभी तक एफआईआर की प्रक्रिया भी पूरी नहीं की गई है।
सरकारी दस्तावेजों में उम्र में हेराफेरी कर वर्षों से नौकरी कर रही कुशीनगर जिले के सीएमओ कार्यालय में तैनात रही महिला लिपिक राघव सिंह ने अपने प्रभाव के कारण चर्चा में रही हैं। हाल ही में उनके सर्विस बुक में छाया प्रति के साथ जिलाधिकारी को मिली एक शिकायत में बताया गया था कि जिस शिक्षा प्रमाण पत्र द्वारा उन्होंने नौकरी ली है, वह फर्जी शिक्षा प्रमाण पत्र है, उसमें उनकी आयु गलत है। साक्ष्य के आधार पर शिकायतकर्ता ने सर्विस बुक में दर्ज उनके बच्चों की उम्र और उनकी उम्र के अंतर को प्रदर्शित करते हुए सामने रखा था।
एसडीएम ने डीएम को सौंपी थी फर्जीवाड़े की जांच रिपोर्ट
भ्रष्टाचार के इस मामले में जिलाधिकारी ने एसडीएम पडरौना को जांच अधिकारी नामित कर दिया, एसडीएम पडरौना ने जब इस मामले में जाँच किया तो शिकायत के बिंदु को सही मानते हुए उन्होंने रिकार्ड मे हेराफेरी की पुष्टि की। साथ ही उक्त महिला कर्मी के कार्यवाही की संस्तुति करते हुए अपनी जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंप दी।
सीएमओ ने कार्यवाही के लिए भेजा है पत्र
जिलाधिकारी के निर्देश के बाद सीएमओ ने तत्काल जाँच रिपोर्ट के साथ अपनी रिपोर्ट संलग्न करते हुए प्रदेश मुख्यालय लखनऊ स्थित स्वास्थ्य विभाग के निदेशक प्रशासन को कार्यवाही के लिए पत्र भेज दिया। विभागीय जानकारी के अनुसार सरकारी सर्विस बुक की जांच में महिला कर्मचारी और उनके तीनों पुत्रों की उम्र में मात्र 9 साल 11 साल वह 13 साल का अंतर पाया गया है।
निर्देश मिलने के बाद होगी कार्यवाही : सीएमओ
सीएमओ डॉ सुरेश पटेरिया ने बताया कि उक्त लिपिक राघव सिंह वर्तमान में सीएमओ कार्यालय संतकबीरनगर में तैनात हैं उनके खिलाफ हुई जांच में हेराफेरी की पुष्टि हुई है। इस पूरे मामले मैं स्वास्थ्य निदेशालय को ई-मेल के जरिए रिपोर्ट भेज दी गई है, वहां से जैसा निर्देश प्राप्त होगा कार्यवाही की जाएगी।